Administration got a panel of 74 doctors from Punjab-Haryana

पंजाब-हरियाणा से प्रशासन को मिला 74 डॉक्टरों का पैनल

Doctor

Administration got a panel of 74 doctors from Punjab-Haryana

पंजाब से 30 मेडिकल अफसर जबकि हरियाणा से 44 मेडिकल अफसरों का पैनल

9 डेंटल मेडिकल अफसरों, 2 एलोपैथिक मेडिकल अफसरों व 2 ही ड्रग इंस्पेक्टरों का चयन

चंडीगढ़ /साजन शर्मा

चंडीगढ़ के अस्पतालों व हेल्थ सेंटरों में डॉक्टरों की कमी पूरी करने के लिए पंजाब व हरियाणा से डेपूटेशन पर डॉक्टरों का पैनल मांगा गया था। 9 मेडिकल अफसरों (डेंटल), 2 मेडिकल अफसर (एलोपैथिक) व 2 ड्रग इंस्पेक्टरों का चयन कर लिया गया है। पंजाब-हरियाणा से क्रमश: 30 मेडिकल अफसरों (एलौपेथिक) व 44 मेडिकल अफसरों (एलोपैथिक) का पैनल प्रशासन को मिल चुका है। कुछ यूटी व राज्यों से भी पैनल मिला है। पैनल में भेजे मेडिकल अफसरों का रिकार्ड देख कर स्क्रीनिंग कमेटी इनकी योग्यता की जांच कर रही है। प्रशासक के एडवाइजर धर्मपाल ने आदेश दिया है कि एक माह के भीतर इस सारी प्रक्रिया को पूरा किया जाए और चंडीगढ़ में डॉक्टरों की शार्टेज को पूरा किया जाए।

हेल्थ सेक्रेट्री यशपाल गर्ग ने बताया कि डॉक्टरों की कमी को लेकर बीते दिनों हुई मीटिंग में तय हुआ था कि अगर पंजाब-हरियाणा से पूरी तादाद में जरूरी डॉक्टर नहीं मिलते तो हिमाचल प्रदेश के साथ साथ सेंट्रल गवर्नमेंट व सभी यूटी से डेपूटेशन पर डॉक्टरों के नाम मांगे जाएंगे। इस संबंध में अखबारों व वेबसाइट पर नोटिस जारी कर दिया गया था। पंजाब-हरियाणा के साथ साथ सेंट्रल गवर्नमेंट व सभी यूटी के हेल्थ सेक्रेट्रियों को इस संबंध में पैनल भेजने के लिए सूचित कर दिया गया था। यूपीएससी में सीधी रेक्रूटमेंट के लिए भी कहा गया था। यशपाल गर्ग ने एडवाइजर धर्मपाल को जानकारी दी थी कि चूंकि चंडीगढ़ में डॉक्टरों की कमी है लिहाजा दूसरी जगह से डेपूटेशन पर डॉक्टर बुलाकर ही इस कमी को पूरा किया जा सकता है। धर्मपाल ने मीटिंग में कहा था कि प्रशासक सभी डॉक्टरों की नियुक्ति मैरिट पर चाहते हैं। इसके मद्देनजर सेक्रेट्री हेल्थ की अगुवाई में जीएमसीएच 32 के डायरेक्टर प्रिंसिपल और डायरेक्टर हेल्थ सर्विस की एक कमेटी गठित की गई थी जो डॉक्टरों का पारदर्शी तरीके से चुनाव करने की प्रक्रिया का जिम्मा संभाले थी। इसी कमेटी ने भेजे गए पैनल में से डॉक्टरों का चयन उनका पर्सनल इंटर एक्शन के बाद किया। कमेटी की संस्तुति को एडवाइजर धर्मपाल व प्रशासक के समक्ष रखा गया जिन्होंने इस पर फाइनल कॉल ली।