Panchkula Rape Case: पंचकूला में एक गैंगरेप पीड़ित ने इंसाफ न मिलने पर पुलिस स्टेशन के अंदर ही आत्महत्या करने की दी धमकी

Panchkula Rape Case: पंचकूला में एक गैंगरेप पीड़ित ने इंसाफ न मिलने पर पुलिस स्टेशन के अंदर ही आत्महत्या करने की दी धमकी

Panchkula Rape Case

Panchkula Rape Case

पंचकूला। Panchkula Rape Case: रेप पीड़िता न्याय पाने की उम्मीद में दर-दर भटक रही हैं। यहां रेप पीड़िता को रेप से कहीं ज्यादा दर्द पंचकूला पुलिस दे रही है। उनकी न तो थानों पर ही सुनवाई होती है और न ही अधिकारियों के दफ्तरों में ही।

मामला पंचकूला के सेक्टर 5 एमडीसी थाने का है जहां सामूहिक बलात्कार के मामले में थाने की sho सुनीता रावत आरोपियों के बचाने में जी जान लगाती दिखाई दे रही।

चंडीगढ़ मौली जगरा की रहने वाली महिला के साथ पहले पंचकूला के सकेतड़ी का रहने वाला सोनू उर्फ विजय अपने घर में बुला कर कोल्ड्रिक में नशीला पदार्थ पीला कर महिला के साथ बलात्कार करता है और उसकी आपत्तिजनक वीडियो और फोटो ले लेता है उसके बाद वीडियो के आधार पर लगातार महिला को ब्लैकमेल करता है। कुछ दिन बीतने के बाद आरोपी सोनू का पिता कमलेश महिला को अपने हवस का शिकार बनाया है। मामला यही नहीं रुकता सोनू महिला को ब्लैकमेल कर पैसे भी ऐठता रहता है, हैवानियत की हदें उस समय लांघ दी जाती है जब सोनू पैसे की खातिर महिला को अपने दो दोस्तो  के के पास भेज देता है पंचकूला के होटल में दोनो दोस्त महिला के साथ अपना मुंह काला करते है।

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पीड़ित महिला 18 अक्टूबर को पंचकूला सेक्टर 5 एमडीसी थाने में शिकायत देती है दर्ज करवाती है लेकिन थाने की एसएचओ सुनीता रावत पीड़ित की शिकायत पर करवाई करने की बजाए आरोपी को बचाने में लग जाती है। पीड़िता का आरोप है थाने की महिला एसएचओ ने आरोपियों से पैसे लिए है। पीड़िता 4 अक्टूबर को पंचकूला के एसीपी से मुलाकात कर शिकायत करती है। एसीपी सुरेंद्र यादव मामले को गंभीरता देखते हुए थाने के एसएचओ को तुरंत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहते हैं आनन-फानन में सेक्टर 5 की एसएचओ मामला दर्ज कर लेती है।

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4 अक्टूबर को आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज होने के बाद भी महिला एसएचओ किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं करती है इसके उलट पीड़ित महिला को बार-बार थाने बुलाकर परेशान किया जाता है सोमवार 7 अक्टूबर को पीड़िता को थाने बुलाया जाता है। पीड़िता से जबरन अपने बयान को बदलने के लिए कहा जाता है जब पीड़िता अपने बयान नहीं बदलती तो उसके साथ मारपीट की जाती है और उसे डराया धमकाया जाता है पीड़िता किसी तरह बच बचाकर मीडिया कर्मियों को फोन करती है। मीडिया कर्मी तुरंत ही सेक्टर 5 एमडीसी थाने में पहुंचते हैं जहां महिला से मुलाकात होती है महिला कई गंभीर आरोप पुलिसकर्मियों पर लगाती है जहां महिला ने बताया कि मुझे अपने बयान बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और मेरे साथ एएसआई सरस्वती मारपीट कर रही है। इस मामले में जब मीडिया कर्मी एसएचओ सुनीता रावत से पूछते हैं तो सुनीता रावत इन आरोपों कर देती है। महिला बताती है कि इस वक्त भी आरोपी थाने में बैठा हुआ है और पुलिसकर्मियों से वीआईपी ट्रीटमेंट दे रहे हैं। महिला ने कैमरे के आगे कहा कि अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो मैं थाने के बाहर आत्मदाह कर लूंगी।