भाजपा-जजपा गठबंधन के खिलाफ चुनाव आयोग क्यों पहुंची इनेलो देखे पूरा मामला

भाजपा-जजपा गठबंधन के खिलाफ चुनाव आयोग क्यों पहुंची इनेलो देखे पूरा मामला

भाजपा-जजपा गठबंधन  के खिलाफ चुनाव आयोग  क्यों पहुंची इनेलो देखे पूरा मामला

भाजपा-जजपा गठबंधन के खिलाफ चुनाव आयोग क्यों पहुंची इनेलो देखे पूरा मामला

चंडीगढ़, 18 अक्तूबर। एक तरफ जहां ऐलनाबाद में चुनाव प्रचार तेज हो रहा है वहीं एक दूसरे के खिलाफ शिकायतों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ऐलनाबाद से इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला की ओर से उनके चुनाव एजेंट राकेश बब्बर ने राज्य चुनाव आयोग को शिकायत देकर भाजपा-जजपा गठबंधन के मुख्य सूत्रधार माने जाने वाले मीनू बैनीवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 
मीनू बैनीवाल की गिनती पूर्व सांसद डॉ.अजय सिंह चौटाला के सबसे नजदीकियों में होती है। 2019 के लोकसभा व विधानसभा चुनावों में परदे के पीछे से मीनू बैनीवाल ही पूरी रणनीति तय कर रहे थे। विधानसभा चुनावों में जेजेपी को 10 सीटें हासिल हुईं और भाजपा को सरकार गठन के लिए समर्थन की जरूरत पड़ी। ऐसे में मीनू ने ही दोनों पार्टियों के बीच सेतु का काम करते हुए गठबंधन की जमीन तैयार की।
मीनू बैनीवाल मूल रूप से सिरसा जिला के ही रहने वाले हैं और उनका पैतृक गांव तरकांवाली ऐलनाबाद हलके में ही है। बताया जाता है कि गठबंधन की अंदरूनी रणनीति के तहत मीनू की ड्यूटी इस एरिया में लगाई गई। वह उपचुनाव की घोषणा से पहले भी एरिया में कई दौरे कर चुके हैं। 
इसी दौरान गत दिवस उनका एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे सिक्योरिटी के साथ मार्केट में नजर आ रहे हैं। इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला सिक्योरिटी लेकर चलने पर आपत्ति जता चुके हैं। उनका कहना है कि सरकार ने ऐसे आदमी को भारी-भरकम सिक्योरिटी दी हुई है, जो न तो सरकार में किसी पद पर है और न ही पार्टी में। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सोमवार को राकेश बब्बर द्वारा की गई शिकायत पूरी तरह से मीनू बैनीवाल पर केंद्रित है। उनका कहना है कि सिक्योरिटी में हलके में घूमकर लोगों को डराया जा रहा है। इनेलो ने इसे पूरी तरह से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। शिकायत में चुनाव के नतीजे घोषित होने तक मीनू बैनीवाल की ऐलनाबाद हलके में एंट्री बंद करने की मांग की गई है। साथ ही, इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत में मीनू बैनीवाल से जुड़े फोटो और वीडियो भी चुनाव आयोग को भेजे हैं। बहरहाल, इस पूरे घटनाक्रम के बाद हलके में चुनावी गतिविधियां और तेज होने के बाद शिकायतों का यह दौर आगे भी चलते रहने के आसार हैं।