इन लोगों को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए पपीता, सेहत को बड़ा नुकसान

इन लोगों को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए पपीता, सेहत को बड़ा नुकसान

इन लोगों को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए पपीता

इन लोगों को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए पपीता, सेहत को बड़ा नुकसान

नई दिल्ली। पपीता ऐसा लो कैलरी फ्रूट है जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। सुबह-सुबह पपीता खाने से पेट साफ रहता है। फाइबर से भरपूर पपीता पाचन क्षमता को बढ़ावा देता है, साथ ही कब्ज से भी छुटकारा दिलाता है। पपीते के लगातार इस्तेमाल से आपका मोटापा कम हो सकता है। इतना ही नहीं, पपीता आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मददगार है। इतने गुणों से भरपूर पपीता कुछ बीमारियों में सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। कुछ बीमारियों में पपीता का सेवन करने से सेहत पर उसका गलत असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि किन बीमारियों से पीड़ित लोगों को पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए।

स्टोन के मरीज़ों को नुकसान पहुंचाता है पपीता:

जिन लोगों को पथरी की परेशानी हैं वो डाइट में पपीते से परहेज़ करें वरना सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। विटामिन सी से भरपूर पपीता का अधिक सेवन करने से इसमें मौजूद कैल्शियम ऑक्सलेट टूटकर स्टोन बन जाता है। पपीता में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट किडनी के मरीज़ों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। अगर आपको पथरी की परेशानी है तो पपीता से परहेज़ करें वरना स्टोन का आकार बढ़ सकता है।

पीलिया और अस्थमा के मरीज़ करें परहेज़:

पीलिया और अस्थमा के मरीजों को पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद पपाइन और बीटा कैरोटीन इन दोनों बीमारियों में नुकसानदायक हैं।

स्किन एलर्जी से परेशान हैं तो पपीता से परहेज़ करें:

जिन लोगों को लेटेक्स एलर्जी है वो पपीता का बिल्कुल सेवन नहीं करें। इसमें लेटेक्स जैसा ही एक एंजाइम पाया जाता है जो दिक्कत को बढ़ा सकता है।

पाचन बिगाड़ सकता है:

पेट को दुरुस्त रखने वाला पपीता का अधिक सेवन आपके पाचन को खराब कर सकता है। इसमें फाइबर अधिक मौजूद होता है जो पाचन को बिगाड़ भी सकता है। 

लो शुगर के मरीज़ करें परहेज़:

जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लो रहता है वो पपीता का सेवन करने से परहेज़ करें। पपीता ब्लड में शुगर का स्तर कम करता है इसलिए लो ब्लड प्रेशर वालों के लिए परेशानी बढ़ सकती है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।