देश की सबसे सस्ती फ्लाइट! महज 150 रुपये में करें हवाई जहाज की सवारी, 4 घंटे का सफर 25 मिनट में होगा पूरा

Cheapest Flight Ticket

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Cheap Air Fare: हवाई जहाज से उड़ना आज भी करोड़ों भारतीयों का सपना है. मगर, महंगे किराए के चलते लोग हवाई जहाज की बजाय अन्य साधनों से सफर करना पसंद करते हैं. सरकार हवाई किराए को सस्ता करने के लिए समय-समय पर प्रयास करती रहती है. फिर भी यात्रियों की शिकायत बनी रहती है कि एयरलाइन्स त्योहारों, वीकेंड और छुट्टियों के सीजन जैसे तमाम मौकों पर किराए को बेतहाशा बढ़ा देती हैं. हालांकि, आज हम आपको एक ऐसे हवाई रूट की जानकारी देने जा रहे हैं, जहां आप सिर्फ 150 रुपये मूल किराए में सफर कर सकते हैं. सुनकर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा मगर, यही सच है. यह रूट असम में लीलाबाड़ी से तेजपुर तक का. इन दोनों शहरों के बीच का हवाई सफर मात्र 50 मिनट का है. 

22 रूट पर किराया 1000 रुपये से कम 

लीलाबाड़ी से तेजपुर के अलावा भी देश में ऐसे कई रूट हैं, जहां का बेसिक फेयर 1,000 रुपये से भी कम है. ये सभी रूट क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत चलाए जाते हैं. इस योजना के तहत एयरलाइन को कई तरह के प्रोत्साहन भी मिलते हैं. ट्रेवल पोर्टल इक्सिगो (Ixigo) के अनुसार, देश में कम से कम 22 ऐसे रूट हैं, जहां मूल हवाई किराया 1 हजार रुपये प्रति व्यक्ति से भी कम है. असम में लीलाबाड़ी और तेजपुर को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए एक तरफ का किराया सबसे कम 150 रुपये है. इस मार्ग पर उड़ानों का संचालन अलायंस एयर (Alliance Air) करती है. आपको बता दें कि टिकट बुक करते समय मूल किराये में सुविधा शुल्क भी जोड़ा जाता है. 

150 रुपये से 199 रुपये के बीच है किराया 

मोटे तौर पर, इन मार्गों पर रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के तहत अधिकतर रूट पर मूल किराया 150 रुपये से 199 रुपये प्रति व्यक्ति के बीच है. ये पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं. दक्षिण में बेंगलुरु-सलेम और कोचीन-सलेम जैसे मार्ग भी हैं, जहां टिकट की कीमतें इतनी सस्ती हैं. गुवाहाटी और शिलॉन्ग से आने-जाने वाली उड़ानों के लिए मूल किराया 400 रुपये है. इम्फाल-आइजोल, दीमापुर-शिलॉन्ग और शिलॉन्ग-लीलाबाड़ी उड़ानों के लिए हवाई किराया 500 रुपये है. बेंगलुरु-सलेम उड़ान के मामले में किराया 525 रुपये है. गुवाहाटी-पासीघाट उड़ान के लिए 999 रुपये है और लीलाबाड़ी-गुवाहाटी मार्ग के लिए यह 954 रुपये है. 

उड़ान योजना के तहत मिलता है समर्थन 

ये उन मार्गों में से हैं, जहां मांग कम है. अन्य परिवहन माध्यमों से इन जगहों पर पहुंचने में 5 घंटे से अधिक समय लगता है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के अनुसार, 31 मार्च, 2024 तक आरसीएस उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत 559 रूट को चिन्हित किया गया है. केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और एयरपोर्ट ऑपरेटर इन उड़ानों के लिए कोई ‘लैंडिंग’ या ‘पार्किंग’ शुल्क नहीं लेते. यह सेवा 21 अक्टूबर, 2016 से शुरू हुई थी.