रूस ने बना दी इतनी खतरनाक परमाणु मिसाइल, ब्रह्मांड से पाताल तक के गुप्त ठिकाने भी हुए अनसेफ; दुनिया में खलबली
Russia Nuclear Powered Missile
मॉस्को: Russia Nuclear Powered Missile: रूस ने दुनिया की पहली परमाणु ऊर्जा से संचालित क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण करके सभी को चौंका दिया है. इस मिसाइल का नाम बुरेवेस्टनिक (Burevestnik missile) है. रूस ने दावा किया है कि बुरेवेस्टनिक क्रूज मिसाइल किसी भी रक्षा कवच को भेद सकती है. अब रूस इस परमाणु हथियार को अपने सैन्य बेड़े में तैनात करने की तैयारी कर रहा है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह एक अनोखा हथियार है जो दुनिया में किसी दूसरे देश के पास नहीं है. पुतिन ने कहा कि रूसी विशेषज्ञों ने उन्हें एक बार बताया था कि इस हथियार के कभी भी संभव होने की संभावना नहीं है, लेकिन अब इसका "महत्वपूर्ण परीक्षण" पूरा हो चुका है.
पुतिन ने रूसी सैन्य जनरलों के साथ एक बैठक में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की निगरानी की. क्रेमलिन द्वारा जारी तस्वीर में इस दौरान वह वर्दी पहने दिखे. मिसाइल परीक्षण का समय - और यूक्रेन युद्ध के प्रभारी जनरलों के साथ बैठक में पुतिन द्वारा वर्दी में इसकी घोषणा - पश्चिम और विशेष रूप से ट्रंप को एक संकेत भेजती है.
राष्ट्रपति ट्रंप की प्रतिक्रिया
पुतिन द्वारा परमाणु ऊर्जा संचालित क्रूज मिसाइल के परीक्षण की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को कहा कि यह "उचित" नहीं है. ट्रंप ने कहा कि पुतिन को यूक्रेन में युद्ध समाप्त करना चाहिए था. जिस युद्ध को एक सप्ताह चलना चाहिए था, वह जल्द ही अपने चौथे साल में प्रवेश कर रहा है. मिसाइल परीक्षण के बजाय उन्हें यही करना चाहिए था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने पिछले हफ्ते इस परमाणु हथियार का परीक्षण किया, जो यह संदेश देता है कि रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों के दबाव के आगे कभी नहीं झुकेगा. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्धविराम के लिए रूस के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहे हैं.
रूसी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव (Valery Gerasimov) ने पुतिन को बताया कि 21 अक्टूबर को जब मिसाइल का परीक्षण किया गया, तब इसने 14,000 किलोमीटर (8,700 मील) की दूरी तय की और लगभग 15 घंटे हवा में रही.
रूस का कहना है कि 9M730 Burevestnik (Storm Petrel) - जिसे नाटो ने SSC-X-9 स्काईफॉल नाम दिया है - वर्तमान और भविष्य की मिसाइल सुरक्षा के लिए "अजेय" है, जिसकी लगभग असीमित रेंज और अप्रत्याशित उड़ान पथ है.
रूस ने पहली बार 2018 में 9M730 बुरेवेस्टनिक मिसाइल की जानकारी दी थी. इसके बाद से, पुतिन इस हथियार को अमेरिका द्वारा मिसाइल रक्षा कवच बनाने के प्रयासों की प्रतिक्रिया के रूप में देखते रहे हैं, जब 2001 में अमेरिका ने 1972 की एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल संधि से खुद को अलग कर लिया था, और नाटो सैन्य गठबंधन का विस्तार किया था.
पुतिन ने अपने विश्वसनीय कमांडर गेरासिमोव से कहा कि रूस को यह समझने की जरूरत है कि इस हथियार को कैसे वर्गीकृत किया जाए और बुरेवेस्टनिक मिसाइल की तैनाती के लिए बुनियादी ढांचा कैसे तैयार किया जाए.
अमेरिका को संदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप यूक्रेन युद्ध खत्म करने वाले रूस पर दबाव बना रहे हैं. हालांकि, वह अब तक अपने में प्रयास में विफल रहे हैं. इस बीच पुतिन ने ट्रंप को यह संदेश दिया है कि रूस एक वैश्विक सैन्य प्रतिद्वंद्वी बना हुआ है, खासकर परमाणु हथियारों के मामले में, और परमाणु हथियार नियंत्रण पर मॉस्को के प्रस्तावों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने पश्चिमी सहयोगियों द्वारा प्रदान की गई कुछ लंबी दूरी की मिसाइलों के यूक्रेन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटा लिया था. इस पर पुतिन ने कहा था कि अगर रूस पर हमला हुआ, तो प्रतिक्रिया "बहुत गंभीर" होगी.
रूस के शीर्ष सैन्य जनरल गेरासिमोव ने कहा कि बुरेवेस्टनिक मिसाइल परमाणु ऊर्जा से संचालित है और यह परीक्षण इसलिए अहम था, क्योंकि मिसाइल ने इतनी लंबी दूरी तक उड़ान भरी, हालांकि इसकी मारक क्षमता लगभग असीमित थी. उन्होंने कहा कि यह किसी भी मिसाइल-रोधी सुरक्षा को ध्वस्त कर सकती है.