अमेरिकी टैरिफ के बीच भारत ने बढ़ाया चीन को निर्यात, पहली छमाही में 22% की छलांग, चीनी राजदूत ने सराहा
- By Ravi --
- Monday, 27 Oct, 2025
India’s Exports to China Jump 22% Amid US Tariff Pressure
नई दिल्ली : एक ओर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने टैरिफ नीति को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए हैं, वहीं भारत ने निर्यात बाजारों में विविधता लाकर अमेरिकी दबाव का प्रभाव कम करने में सफलता हासिल की है। अमेरिका की ओर से लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ का असर झींगा और टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों पर तो पड़ा, लेकिन भारतीय निर्यातकों ने अन्य देशों के बाजारों में अवसर तलाशे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी टैरिफ तनाव के बीच भारत और चीन के बीच व्यापारिक संबंध बेहतर हुए हैं। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में चीन को भारत का निर्यात लगभग 22 प्रतिशत बढ़ा है।
रिपोर्टों के मुताबिक, अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच चीन को भारत का निर्यात 8.41 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 6.90 अरब डॉलर था। यह करीब 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित उत्पादों की चीन में अच्छी मांग बनी हुई है, जिनमें झींगा और एल्युमिनियम प्रमुख हैं। इसके अलावा कई अन्य सेक्टरों ने भी चीन को निर्यात में तेजी दर्ज की है।
हाल ही में आई अन्य रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिका की ओर से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने से झींगा निर्यात पर भारी असर पड़ा है। ग्लोबल डेटा के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन की इस नीति के चलते भारत से अमेरिका को एयर कार्गो निर्यात में 14 प्रतिशत की गिरावट आई है। आंध्र प्रदेश की झींगा उद्योग को लगभग 25,000 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। अनुमान है कि अमेरिका को झींगा निर्यात के लगभग आधे ऑर्डर टैरिफ बढ़ने के बाद रद्द कर दिए गए।
इसी तरह एल्युमिनियम और टेक्सटाइल क्षेत्र पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव देखा गया। अमेरिका इन उत्पादों के लिए भारत का प्रमुख बाजार रहा है। कंफेडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री (CITI) के एक सर्वे के अनुसार, 50 प्रतिशत टैरिफ के बाद कपड़ा और परिधान क्षेत्र में ऑर्डर और कारोबार दोनों में लगभग 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
भारत में चीन के राजदूत श फीहोंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में भारत-चीन व्यापार में हुई वृद्धि पर संतोष जताया। उन्होंने लिखा, “वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में चीन को भारत का निर्यात 22 प्रतिशत बढ़ा है। बीजिंग अधिक से अधिक भारतीय वस्तुओं का स्वागत करता है और अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम करने में सहयोग के लिए तैयार है।”
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टैरिफ नीति के तहत प्रारंभ में भारत पर 25 प्रतिशत का पारस्परिक टैरिफ लगाया था। बाद में रूस से तेल और हथियारों की खरीद को लेकर भारत पर यूक्रेन युद्ध में पुतिन की मदद करने का आरोप लगाते हुए इस टैरिफ को दोगुना कर 50 प्रतिशत कर दिया गया। यह नीति 27 अगस्त से लागू है।