पीला गमछा पहनकर गए थाने, लेकिन मिला थप्पड़, राजभर के पार्टी के कार्यकर्ता पर महिला कांस्टेबल ने बरसाए थप्पड़

OP Rajbhar's Worker was Beaten UP

OP Rajbhar's Worker was Beaten UP

गाजीपुर: OP Rajbhar's Worker was Beaten UP: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी(SBSP) के कार्यकर्ता किसी बात को लेकर ज्ञापन देने के लिए एसपी कार्यालय गए हुए थे। इस दौरान एक कार्यकर्ता और महिला कांस्टेबल के साथ किसी की बात को लेकर कहा सुनी हो गई। नाराज महिला कांस्टेबल ने 3–4 थप्पड़ जड़ दिए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि पीले गमछे में मौजूद कार्यकर्ता शौकत अली के खिलाफ ज्ञापन देने के लिए एसपी दफ्तर पहुंचे थे। इस दौरान किसी बात पर कार्यकर्ता और महिला कांस्टेबल के बीच कहासुनी हो गई, जिसके बाद कांस्टेबल ने कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दिए।

इस घटना के बाद मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया और हंगामे की स्थिति बन गई। कार्यकर्ताओं का नेतृत्व SBSP जिलाध्यक्ष सुरेंद्र राजभर कर रहे थे। पुलिस ने हालात को नियंत्रित कर कार्यकर्ताओं को शांत कराने का प्रयास किया। हालांकि इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है कि महिला पुलिसकर्मी ने क्यों थप्पड़ मारे।

गौरतलब है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का ने अपने कार्यकर्ताओं के सामने एक बयान दिया था कि पीला गमछा गले में डालकर कर थाने जाना तो थाने दार को पीले गमछे में ओमप्रकाश राजभर नजर आएंगे। अब लोग इस बयान को लेकर जमकर तंज कस रहे हैं। एक यूजर ने लिखा नेताजी की नेतागिरी को निकाल दी पुलिस ने, एक दूसरे यूजर ने लिखा ओम प्रकाश राजभर जी ने पीला गमछा लेकर थाने चौकी जाने को कहा था। एक कार्यकर्ता गए तो पिटा गए। आखिर कारण क्या था?  

वायरल वीडियो को लेकर क्षेत्राधिकारी नगर शेखर सेंगर ने जारी किया बयान जारी कर बताया कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी जिलाध्यक्ष सुरेंद्र राजभर और अन्य कार्यकर्ता पुलिस अधीक्षक के यहां पर ज्ञापन देने के लिए गए थे। इस दौरान कुछ गलतफहमी हो गई। जिससे ये घटना हुई है। इस घटना को लेकर सुभासपा पार्टी गाज़ीपुर जिलाध्यक्ष श्री सुरेंद्र राजभर ने बताया कि वायरल वीडियो को लेकर हम कोई कार्रवाई नहीं चाहते है। उन्होंने कहा कि न महिला कांस्टेबल के मन में कोई गलत भावना थी न ही कार्यकर्ता के मन में कोई बात थी ये घटना सिर्फ असमंजस की वजह से हुआ है। हम इस मामले में कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते है।