नाम जप करिए... पहलगाम में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या ने प्रेमानंद महाराज का लिया आशीर्वाद

Premanand Maharaj

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वृंदावन। Premanand Maharaj: पहलगाम आतंकी हमले में बलिदान हुए कानपुर के शुभम द्विवेदी के स्वजन संत प्रेमानंद से मुलाकात करने को पहुंचे। संत के दर्शन करते ही शुभम की पत्नी ऐशन्या भावुक हो गई। पिता ने संत प्रेमानंद से कहा हम धर्म कार्य व ईश्वर की साधना भी करते थे। लेकिन, ऐसी घटना हो गई तो मन बहुत व्यथित है। संत प्रेमानंद ने कहा मन तो व्यथित हो ही जाता है। बड़े-बड़े सूरवीरों का हो गया जब अभिमन्यु पधारे तो अर्जुन की हालत खराब थी। अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण स्वयं समझा रहे थे। फिर भी वे व्यथा को प्राप्त हो रहे थे।

परिक्रमा मार्ग स्थित श्रीराधा केलिकुंज में गुरुवार सुबह करीब छह बजे एकांतिक वार्ता में बलिदानी शुभम द्विवेदी के स्वजन को समझाते हुए संत प्रेमानंद ने कहा भगवान का नियम निश्चित है। जिसका जब समय तय होता है, वो उतना ही रहता है। शुभम एक दिन आगे पीछे जाते तो ऐसी घटना नहीं होती। लेकिन, उनकी आयु पूरी हो चुकी थी। इसीलिए ऐसा संयोग बना। बोले अपने लोग तो सहानुभूति ही दे सकते हैं।

कहा पहलगाम की घटना से उनका मन भी बहुत व्यथित है। घटना के कई दिन तक हम भी व्यथित रहे। पत्नी ऐशन्या से पूछा आप तो वहां उपस्थित होंगी? ये सुनते ही ऐशन्या फफक पड़ीं, तो इसका जवाब शुभम के पिता ने दिया, कहा इसकी तो आंखों के सामने ही सबकुछ हुआ। ऐशन्या बोलीं, महाराजजी वह दृश्य तो हमारे दिमाग से जाता ही नहीं।

मां बोली हमारे गुरु रमणरेती वाले महाराजजी कार्ष्णि गुरुशरणानंद ने नामजप का आदेश दिया है। संत प्रेमानंद बोले आप चर्चा कर रहे हो, इसी से हमारा हृदय व्यथित हो रहा है। घटना के समय का हाल आज फिर ताजा हो गया। आपने तो खुद दृश्य देखा है। आपके तो पति गए हैं, हमारा तो सुनकर ही हृदय व्यथित हो जाता है। बलिदानी शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी, चाचा मनोज कुमार द्विवेदी मौजूद रहे।