गाजियाबाद के विकास की रफ्तार को बढ़ाने के लिए जीडीए ने बनाया प्लान, जानिए क्या है पूरी डिटेल
Ghaziabad will be Transformed
Ghaziabad will be Transformed: गाजियाबाद शहर के सुनियोजित विकास के लिए अब गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) जोन प्रणाली को और व्यवस्थित करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. इस पहल के तहत प्रत्येक जोन को छोटे-छोटे सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा, जिससे निगरानी और सुविधाएं प्रदान करने में आसानी होगी. इसकी शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जोन-1 से की जाएगी, जिसे चार सेक्टरों में बांटने की योजना है. आपको बाता दें कि जीडीए क्षेत्र में कुल 8 जोन हैं.
पायलट प्रोजेक्ट के मुख्य उद्देश्य अवैध निर्माण पर लगाम लगाना, साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट और कूड़ा निस्तारण जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना है. जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि जोन-1 के अंतर्गत राजनगर एक्सटेंशन, नंदग्राम और आसपास के गांव आते हैं. इन्हें चार सेक्टरों में बांटने से प्रत्येक सेक्टर में विशेष रूप से टीम तैनात की जा सकेगी, जिससे विकास कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी.
वरिष्ठ अधिकारी करेंगे औचक निरीक्षण
इससे जिम्मेदारियों का स्पष्ट बंटवारा होगा. सेक्टरों के लिए सुपरवाइजर की तैनाती की जाएगी, जो कि प्रतिदिन क्षेत्र का दौरा कर रिपोर्ट तैयार करेंगे. जूनियर इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर इन रिपोर्टों की समीक्षा करेंगे. वरिष्ठ अधिकारी औचक निरीक्षण कर क्षेत्र की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन भी करेंगे. योजना क्षेत्र में सभी सुविधाएं सुनियोजित और नियंत्रित ढंग से उपलब्ध कराई जाएंगी. अवैध निर्माण की पहचान कर उसपर कार्रवाई की जाएगी.
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने क्या कहा?
प्रत्येक सेक्टर की साफ-सफाई और सार्वजनिक सेवाओं की स्थिति पर नियमित निगरानी हो सकेगी. जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि गाजियाबाद को योजनाबद्ध तरीके से विकसित करने के लिए जोन-1 में यह प्रयोग शुरू किया गया है. सफलता मिलने पर इसे अन्य जोनों में भी लागू किया जाएगा. इस पहल को गाजियाबाद शहर के समग्र विकास की दिशा में एक सशक्त कदम माना जा रहा है, जो भविष्य में एक मॉडल प्लानिंग सिस्टम बन सकता है. इससे जिले का बेहतर ढंग से विकास हो सकेगा. यह अपने आप में एक ऐतिहासिक पहल हो सकती है.