UP Vinod Upadhyay Encounter| यूपी में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विनोद उपाध्याय का एनकाउंटर, STF ने मार गिराया, 1 लाख का इनामी था

यूपी में STF का बड़ा एनकाउंटर; मारा गया मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विनोद उपाध्याय, 30 से ज्यादा मुकदमे थे, विधायक बनना चाहता था

UP Gangster Vinod Upadhyay Encounter By STF News Update

UP Gangster Vinod Upadhyay Encounter By STF News Update

UP Vinod Upadhyay Encounter: यूपी में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विनोद उपाध्याय को STF ने एनकाउंटर में मार गिराया है। गोरखपुर पुलिस ने विनोद उपाध्याय पर एक लाख का इनाम रखा हुआ था। विनोद हत्या-लूट जैसी कई सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देने में शामिल रहा। उसपर 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। हालांकि, किसी मुकदमे में विनोद ने सजा नहीं काटी। वह इतना शातिर रहा कि सजा से बचता चला गया। अपराध की दुनिया में रहने के साथ-साथ विनोद उपाध्याय ने राजनीति में भी कदम जमाने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका। उसका विधायक बनने का सपना, सपना ही रह गया। दरअसल, विनोद राजनीति की आड़ लेकर अपनी आपराधिक दुनिया को और मजबूत करना चाहता था।

STF ने सुल्तानपुर ​​​​​​जिले में विनोद उपाध्याय को घेरा

बता दें कि, यूपी के सुल्तानपुर ​​​​​​जिले में विनोद उपाध्याय का एनकाउंटर किया गया। सुल्तानपुर ​​​​​​जिले में शुक्रवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे डीएसपी दीपक सिंह के नेतृत्व में जब एसटीएफ़ ने गैंगस्टर विनोद उपाध्याय की घेराबंदी की तो इस दौरान उसने हमला करते हुए गोलीबारी कर दी। जिसके बाद एसटीएफ़ की जवाबी कार्रवाई के साथ दोनों तरफ से मुठभेड़ शुरू हो गई। गोलीबारी करते हुए विनोद उपाध्याय लगातार भागने की कोशिश कर रहा था लेकिन एसटीएफ़ की जवाबी कार्रवाई उस पर भारी पड़ी। उसे एसटीएफ़ की गोली लोग गई। जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल होकर गिर गया। वहीं जब एसटीएफ़ विनोद उपाध्याय को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंची तो इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

 

 

इन जगहों पर वारदातें करता था विनोद उपाध्याय

गैंगस्टर विनोद उपाध्याय अपने एक गिरोह के साथ गोरखपुर, बस्ती, संतकबीर नगर, लखनऊ समेत यूपी के अन्य हिस्सों में लूट-फिरौती और हत्या जैसी कई सनसनीखेज हत्या की वारदातों को अंजाम देता था। इसीलिए गोरखपुर पुलिस का मोस्ट वांटेड था। गोरखपुर पुलिस ने विनोद उपाध्याय पर 1 लाख का इनाम रख सकी धरपकड़ की कोशिश कर रही थी। लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था। आखिरकार यूपी STF ने विनोद उपाध्याय के ऑपरेशन का जिम्मा उठाया और उसकी टिकट काट दी। यूपी STF लगातार प्रदेश में बदमाशों को ढेर करने में जुटी हुई है। यूपी में अब तक कई मोस्ट वांटेड बदमाश एसटीएफ़ के हाथों मारे जा चुके हैं।

2007 में बसपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़ा था

विनोद उपाध्याय ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत मायावती की बहुजन समाज पार्टी के साथ की। 2007 में वह बसपा के जरिए राजनीति में उतरा। बसपा ने विनोद को गोरखपुर की सदर सीट से टिकट दिया। मायावती विनोद के लिए प्रचार करने गोरखपुर भी आईं, लेकिन विनोद फिर भी विधायक नहीं बन पाया। उसे हार का सामना करना पड़ा।