Under the leadership of Deputy CM Mukesh Agnihotri, thousands of people took to the streets against drugs, Governor Shiv Pratap Shukla flagged off the brisk walk.

डिप्टी सीएम  मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में हजारों लोग नशे के खिलाफ सड़कों पर उतरे, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने ब्रिस्क वॉक को दिखाई हरी झंडी

Under the leadership of Deputy CM Mukesh Agnihotri, thousands of people took to the streets against drugs, Governor Shiv Pratap Shukla flagged off the brisk walk.

Under the leadership of Deputy CM Mukesh Agnihotri, thousands of people took to the streets against

ऊना:जिला ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में हजारों लोग नशे के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। नशे के खिलाफ आयोजित की गई बड़ी ब्रिस्क वॉक में केवल मात्र इस विधानसभा क्षेत्र से ही नहीं अपितु जिला भर से हजारों लोगों ने भाग लेकर नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की है। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल बतौर मुख्य अतिथि इस ब्रिस्क वॉक में शामिल हुए। मां भगवती की विधिवत पूजा अर्चना मंत्रोच्चारण और शंखनाद के साथ साथ मशाल प्रज्ज्वलित करने के बाद राज्यपाल ने ब्रिस्क वॉक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

हरोली के मुख्य चौक से कांगड़ मैदान तक निकाली रैली

नशे के खिलाफ आयोजित की गई इस ब्रिस्क वॉक ने एक ऐसी रैली का रूप ले लिया जिसमें हर वर्ग के लोगों ने आवाज बुलंद करते हुए इस बुराई को जड़ से खत्म करने का प्रण लिया। हजारों लोगों ने हरोली के मुख्य चौक से कांगड़ मैदान तक करीब साढे 3 किलोमीटर लंबी इस ब्रिस्क वॉक को लेकर नशा कारोबार में जुटे लोगों को चेतावनी दी है। राज्यपाल शुक्ल ने इस आयोजन के लिए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की सभा स्थल पर सबके सामने पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का हिस्सा बनकर उन्हें व्यक्तिगत रूप से बल मिला है।

राज्यपाल ने कहा कि यदि एक डिप्टी सीएम स्वयं नशे के खिलाफ सड़क पर उतर सकता है तो फिर वह क्यों नहीं लोगों को जागरूक करने का प्रयास करेंगें। राज्यपाल ने कहा कि नशे के मामले में पंजाब देश भर में पहले स्थान पर है और हिमाचल का नाम जिस तरह से इस बुराई के क्षेत्र में उठा है, ऐसे में केवल मात्र पुलिस सरकार या सरकारी एजेंसियों का दायित्व नहीं, अब हर व्यक्ति को नशे के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए घर से निकलना होगा, ताकि हिमाचल को देवभूमि बनाया जा सके।