पति की मौत के बाद नौकरी के लिए विभाग पहुंचीं तीन पत्नियां, अफसर भी चकराए, जानें पूरा मामला

पति की मौत के बाद नौकरी के लिए विभाग पहुंचीं तीन पत्नियां, अफसर भी चकराए, जानें पूरा मामला

Three Wives reached the Irrigation Department

Three Wives reached the Irrigation Department

झांसी : सिंचाई विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मी संतोष कुमार की छह फरवरी में मृत्यु के बाद उनके स्थान पर उनकी किस पत्नी को नौकरी दें, इसको लेकर अफसर परेशान हैं। उनकी तीन पत्नियां अनुकंपा नौकरी मांगने पहुंची हैं और सभी ने खुद को पहली पत्नी बताते हुए दस्तावेज भी जमा कर दिए हैं। तीन पत्नियों के दावे से अफसर भी हैरान हैं।

अफसरों का खनक गया माथा 

संतोष कुमार की पहली पत्नी और कानूनी तौर पर पत्नी कौन है, इसकी गहराई से जांच की जा रही है।सिंचाई विभाग के माताटीला खंड में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात रहे संतोष कुमार की फरवरी में कैंसर से मृत्यु हो गई थी। उनकी मृत्यु के बाद अब विभाग के अफसर परेशान हैं। संतोष के स्थान पर सरकारी नौकरी पाने को तीन पत्नियों ने दावा ठोक दिया है। संतोष की नौकरी 1996 में लगी थी।

अपने लगभग 23 वर्ष के कार्यकाल में वह सिंचाई विभाग के कई खंड में तैनात रहे। सर्विस रिकार्ड में संतोष की पत्नी के तौर पर तालबेहट की क्रांति वंशकार का नाम अंकित है। उनकी जन्म तिथि एक जनवरी 1990 है, जबकि गुनगुन वर्मा को पुत्री दर्शाया गया है। उसकी जन्म तिथि 16 अगस्त 2015 है। उन्होंने संतोष के मृत्यु प्रमाण पत्र समेत अन्य दस्तावेज अफसरों को सौंपे। क्रांति के अलावा भोपाल की सुनीता वर्मा और ललितपुर में तालबेहट की राजो ने सिंचाई विभाग को पत्र लिखकर खुद को संतोष की पत्नी बताया है।

हर पत्नी उपल्बध करा रही शादी के सबूत

सुनीता ने भी शादी के कार्ड, फोटो समेत अन्य दस्तावेज सौंप दिए और संतोष के साथ अपने रिश्ते के साक्ष्य भी दिए हैं। इसी दौरान तालबेहट निवासी राजो भी माताटीला कार्यालय जा पहुंचीं। खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए नौकरी की गुहार लगाई। उसने भी एसडीएम का ओर से जारी परिवार सर्टिफिकेट पेश किया।

संतोष की नौकरी पर तीन दावे आने के बाद सिंचाई विभाग ने सर्विस रिकार्ड खंगाला। सिंचाई विभाग में कार्यवाही सर्विस रिकार्ड के आधार पर ही होती, लेकिन मामला हाइकोर्ट में पहुंचने के कारण विभाग अब तीनों महिलाओं के साक्ष्य कोर्ट में पेश कर सकता है। इसके बाद जो भी फैसला आएगा, उसके आधार पर ही कार्यवाही की जाएगी।

अधिशासी अभियंता, माताटीला खंड पंकज सिंह ने बताया कि हमारे खंड के साथ ही संतोष जिस-जिस खंड में तैनात थे, वहां से भी रिकार्ड मंगा लिया गया है। जिसकी जांच के बाद ही सत्य पूरी तरह से सामने आ सकेगा।