चंद्रबाबू को नकली शराब की सीबीआई जाँच की माँग करनी चाहिए

Chandrababu should demand a CBI Inquiry

Chandrababu should demand a CBI Inquiry

( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

विजयवाड़ा की मेयर रायना भाग्यलक्ष्मी ने माँग की.

अमरावती: Chandrababu should demand a CBI Inquiry: विजयवाड़ा की मेयर रायना भाग्यलक्ष्मी ने माँग की है कि अगर सरकारी अधिकारी नकली शराब के धंधे में शामिल नहीं हैं, तो मुख्यमंत्री चंद्रबाबू को तुरंत इसकी सीबीआई जाँच की माँग करनी चाहिए।
      उन्होंने ताड़ेपल्ली स्थित वाईएसआरसीपी के केंद्रीय कार्यालय में मीडिया से उन्होंने कहा कि सरकार नकली शराब के धंधे के लिए विपक्ष को दोषी ठहरा रही है सोचने वाली यह बात है किविपक्ष को दोषी ठहरा रहे हो और विपक्ष सीबीआई की जांच मांग करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री पत्र लिखकर सीबीआई की तत्काल जांच की मांग किया है  , जबकि तेलुगु देशम पार्टी के नेता सबूतों के साथ पकड़े जा रहे हैं और उनके बयान भी दर्ज हुआ अगर वह अपनी पार्टी की मर्दानगी न्याय ईमानदारी दिखाना है तो तत्काल इसे सीबीआई कोसों पर वरना सड़क में आकर इसकी मांग को लेकर जितने प्रभावित परिवार विधवा महिलाएं सड़क में जाकर धरना दियाऔर आगे भी देंते रहेंगे कर उन्होंने ठोस शब्दों में .चेतावनी दी । 

विधि तो सबसे शर्मसार की बात यहहै राज्य की जितनी परिया हैसब निष्पक्ष और सीबीआई की जांच मांग कर रहे हैं इस हालत में केंद्र सरकार क्यों सब तत्काल इसी जांच की मांग को समर्थन नहीं दे रहीहै इधर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टीऔर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी पार्टी भी इस शराब कांड के अंदर इस नकली शराब कांड की पिछले डेढ़ वर्षो से चल रहीनकली शराब के हिस्से मेंवर्तमान सरकार के गठबंधन सरकार में सभी का हाथ है कहकर सड़क में इन्होंने बयान दिया योर सोशल मीडिया बहुत प्रचार भी हुआ फिर भी केंद्र सरकारी इसमें मौन क्यों शादी हैऔर मोहन के पीछे गठबंधन की तेलुगू देसमभारतीय जनता पार्टीजनसेना पार्टी तीनों की मिलीभगत होने की संभावना है स्पष्ट दिख रही है कहा । और पिछले दिनों इसी नकली शराब को पीने के बादमोटरसाइकिल यात्री वाहन के सड़क किनारे बेल्ट शॉप मेंनकली शराब खरीद कर पियाफिर कुछ ही दूरी में दो-तीन किलोमीटर जाते ही गाड़ी को टकराने की वजह से 20 लोगों की जान गईउसकी सीसी फुटेज भी बहुत प्रचारित हुआ फिर भी सरकार क्यों मोहन है यह जनता का प्रश्न है कहा ।
         
उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह चंद्रबाबू की भ्रष्टता का प्रमाण है। राज्य भर में कई जगहों पर नकली शराब के रैकेट का पर्दाफाश हो रहा है। यह शर्मनाक है कि सीएम चंद्रबाबू और आबकारी मंत्री ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे कि यह हो ही नहीं रहा है। इस रैकेट में आबकारी मंत्री की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। राज्य में नकली शराब का रैकेट 16 महीनों से चल रहा है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि सरकारी अधिकारी सरकार के भ्रष्टाचार के पीछे हैं। अगर हम देखें कि आबकारी अधिकारी खुद कहते हैं कि शराब की हर चार से पांच बोतलों में से एक टीटीटी लेड है, तो हम समझ सकते हैं कि यह रैकेट कैसे आयोजित किया गया था। टीडीपी तंबल्लापल्ले निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी जयचंद्र रेड्डी और अन्य टीडीपी नेता अद्देपल्ली जनार्दन राव, कट्टा, सुरेंद्र नायडू, गिरिधर रेड्डी को सबूतों के साथ इस रैकेट में रंगे हाथों पकड़ा गया। हालाँकि, यह सरकार अपने होश में नहीं आई है। जयचंद्र रेड्डी, पूर्व मंत्री विपक्ष पेड्डीरेड्डी पर अनुयायी और वाईएसआरसीपी का गुप्तचर होने का आरोप लगा रहा है। टीडीपी का दावा है कि चंद्र रेड्डी, तंबल्लापल्ले में अपने छोटे भाई द्वार कनाश रेड्डी के खिलाफ चुनाव क्यों लड़ रहे हैं? अगर टीडीपी को लगता है कि तंबल्लापल्ले सीट से टिकट शंकर यादव को नहीं, जो हमेशा से टीडीपी में रहे हैं, बल्कि जयचंद्र रेड्डी को दिया गया है, तो फिर उन्हें जयचंद्र रेड्डी को टिकट क्यों देना पड़ा? जयचंद्र रेड्डी, जिन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में अफ्रीका में चार शराब फैक्ट्रियों की बात कही थी, उन्हें पार्टी में क्यों शामिल किया गया? चंद्रबाबू नायडू को इन सबका जवाब देना चाहिए," रायना भाग्यलक्ष्मी ने मांग की।