Swaraj Kaushal Passes Away: सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल का निधन; भारत के सबसे कम उम्र के राज्यपाल रहे

सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल का निधन; भारत के सबसे कम उम्र के राज्यपाल रहे, सीनियर एडवोकेट थे, बांसुरी स्वराज के पिता

Sushma Swaraj Husband Swaraj Kaushal Passes Away

Sushma Swaraj Husband Swaraj Kaushal Passes Away

Swaraj Kaushal Passes Away: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति और बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज के पिता स्वराज कौशल का निधन हो गया है। दिल्ली में आज 4 दिसंबर को उन्होंने अपने जीवन की आखिरी सांस ली और हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह दिया। बताया जाता है कि पिछले कुछ समय से वह बीमार चल रहे थे। स्वराज कौशल के निधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता समेत तमाम राजनीतिक हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है और परिवार के प्रति संवदेना प्रकट की है।

भारत के सबसे कम उम्र के राज्यपाल रहे

स्वराज कौशल पेशे के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के एक नामी और सीनियर एडवोकेट थे। वह मिजोरम के पूर्व राज्यपाल का जिम्मा भी संभाल चुके थे और इसी के साथ उन्होंने भारत के सबसे कम उम्र के राज्यपाल बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। स्वराज कौशल को साल 1990 में महज 37 साल की उम्र में मिजोरम का गवर्नर बनाया गया था। उस समय वे देश के सबसे युवा राज्यपाल बने थे। 9 फरवरी 1993 तक वे इस पद पर रहे। स्वराज कौशल राज्यसभा सांसद भी रह चुके थे। ज्ञात रहे कि सुषमा स्वराज का भी निधन 6 अगस्त 2019 को हो चुका है।

बांसुरी ने कहा- अब मां के साथ पापा मिल चुके

पिता के जाने पर बांसुरी स्वराज ने अपना दर्द बयां किया है। बांसुरी स्वराज ने लिखा, ''पापा स्वराज कौशल जी, आपका स्नेह, आपका अनुशासन, आपकी सरलता, आपका राष्ट्रप्रेम और आपका अपार धैर्य मेरे जीवन की वह रोशनी हैं जो कभी मंद नहीं होगी।आपका जाना हृदय की सबसे गहरी पीड़ा बनकर उतरा है, पर मन यही विश्वास थामे हुए है कि आप अब माँ के साथ पुनः मिल चुके हैं, ईश्वर के सान्निध्य में, शाश्वत शांति में। आपकी बेटी होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा गौरव है, और आपकी विरासत, आपके मूल्य और आपका आशीर्वाद ही मेरी आगे की हर यात्रा का आधार रहेंगे।''

पीएम मोदी ने जताया दुख

पीएम मोदी ने लिखा, ''श्री स्वराज कौशल जी के गुज़र जाने से दुख हुआ। उन्होंने एक वकील और ऐसे इंसान के तौर पर अपनी अलग पहचान बनाई जो कानूनी पेशे का इस्तेमाल करके ज़रूरतमंदों की ज़िंदगी बेहतर बनाने में यकीन रखते थे। वे भारत के सबसे कम उम्र के गवर्नर बने और अपने गवर्नर के कार्यकाल के दौरान मिज़ोरम के लोगों पर गहरी छाप छोड़ी। एक सांसद के तौर पर उनकी समझ भी काबिले-तारीफ़ थी। इस दुख की घड़ी में मेरी दुआएं उनकी बेटी बांसुरी और परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ हैं। ओम शांति।''