ओमान की टीम ने कर दिया था उलटफेर ...हार्दिक पंड्या के कैच ने पलट दिया सांसे रोक देने वाला मुकाबला

Asia Cup 2025 India vs Oman

Asia Cup 2025 India vs Oman

Asia Cup 2025 India vs Oman: एशिया कप 2025 में भारत और ओमान के बीच हुआ मुकाबला उम्मीद से कहीं ज्यादा रोमांचक साबित हुआ. ओमान जैसी छोटी टीम ने भी भारतीय खिलाड़ियों के पसीनें छुड़ा दिए, लेकिन आखिर में हार्दिक पंड्या का एक चमत्कारी कैच भारत को जीत दिला गया. इस जीत के साथ भारत ने ग्रुप स्टेज को अजेय रहते हुए खत्म किया और सुपर-4 में आत्मविश्वास के साथ कदम रखा.

भारतीय बल्लेबाजों की आक्रामक पारी

टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी चुनी. ओपनर अभिषेक शर्मा ने शुरुआत से ही ताबड़तोड़ अंदाज में 5 चौके और 2 छक्के लगाते हुए सिर्फ 15 गेंदों पर 38 रन जड़ दिए. उनके शॉट्स ने ओमान की गेंदबाजी को बैकफुट पर धकेल दिया.

इसके बाद संजू सैमसन ने जिम्मेदारी संभालते हुए 56 रनों की शानदार पारी खेली और इस दौरान 3 चौके और 3 छक्के जड़े. मिडिल ऑर्डर में हर्षित राणा (29 रन) और अक्षर पटेल (26 रन) ने तेज रन जोड़े और भारत का स्कोर 20 ओवर में 8 विकेट पर 188 रन तक पहुंच गया. ओमान की ओर से शाह फैसल, जितेन रमणंदी और आमिर कलीम ने 2-2 विकेट लिए.

ओमान ने बढ़ाया मैच का रोमांच

188 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ओमान की टीम ने सभी को चौंका दिया. कप्तान जतिंदर सिंह (32 रन) और आमिर कलीम ने पहले विकेट के लिए 56 रन जोड़कर मजबूत नींव रखी.

इसके बाद कलीम ने अकेले दम पर मैच का पासा पलटने की कोशिश की. उन्होंने 46 गेंदों पर 64 रन ठोके, जिसमें 7 चौके और 2 छक्के शामिल थे. उनके साथ हम्माद मिर्जा (51 रन) ने भी भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया.

पंड्या का कैच बना निर्णायक मोड़

मैच का सबसे बड़ा पल 18वें ओवर में आया. उस समय ओमान को 14 गेंदों पर 40 रन चाहिए थे और कलीम खतरनाक लय में थे. हर्षित राणा की गेंद पर उन्होंने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन हार्दिक पंड्या ने लंबी दौड़ लगाकर हवा में एक हाथ से शानदार कैच पकड़ लिया. यह कैच न सिर्फ ओमान की उम्मीदें तोड़ गया बल्कि भारत के पक्ष में खेल को पूरी तरह मोड़ दिया.

भारत का आत्मविश्वास बरकरार

ओमान की टीम आखिरी ओवरों में दबाव झेल नहीं पाई और 21 रन से हार गई. यह जीत भारत के लिए खास इसलिए भी रही क्योंकि टीम ने अपने ग्रुप मैचों को लगातार जीतते हुए सुपर 4 में जगह बनाई. कप्तान सूर्यकुमार यादव भले बल्लेबाजी करने नहीं उतरे, लेकिन उनकी कप्तानी में टीम का संतुलन और आत्मविश्वास साफ नजर आया.