मेरे बेटे को बाहर बिठा देते हैं ...पिता की वजह से बर्बाद ना हो जाए वाशिंगटन सुंदर का करियर, चयनकर्ताओं पर उठाए सवाल
Washington Sundar Father Accuses India Selectors
Washington Sundar Father Accuses India Selectors: मैनचेस्टर टेस्ट में भारतीय टीम के हीरो रहे वाशिंगटन सुंदर ने नाबाद 101 रनों की पारी खेली थी. उन्होंने नंबर-5 पर बैटिंग करते हुए भारत को चौथा टेस्ट ड्रॉ करवाने में बहुत मदद की. इस शतकीय पारी के दम पर सुंदर ने भारतीय टीम में जगह पक्की करने का दावा ठोक दिया है. इस बीच वाशिंगटन सुंदर के पिता ने भारतीय टीम के चयनकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगा दिया हैं. उनके पिता मणि सुंदर ने चयनकर्ताओं पर अपने बेटे के प्रति पक्षपात का भी आरोप लगाया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक मणि सुंदर ने कहा, "वाशिंगटन निरंतर अच्छा कर रहे हैं, लेकिन लोग उनके प्रदर्शन को नजरंदाज करते रहते हैं. अन्य खिलाड़ियों को लगातार चांस मिलता रहता है, लेकिन सिर्फ मेरे बेटे के साथ ऐसा होता है."
नंबर-5 पर मिले मौका
वाशिंगटन सुंदर के पिता ने यह भी कहा कि उनके बेटे को लगातार नंबर-5 पर बैटिंग करने का मौका मिलना चाहिए, ठीक वैसे, जैसे उन्हें चौथे टेस्ट में मिला. साथ ही मणि सुंदर का यह भी कहना है कि सुंदर को नंबर-5 पर बैटिंग के लगातार 9-10 मौके मिलने चाहिए. उन्होंने कहा, "यह बेहद चौंकाने वाली बात रही कि मेरे बेटे को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में नहीं चुना गया था. चयनकर्ताओं को उनके प्रदर्शन पर बारीक नजर रखनी चाहिए."
गुजरात टाइटंस को भी नहीं बख्शा
मणि सुंदर ने यहां तक कि वाशिंगटन सुंदर की IPL टीम गुजरात टाइटंस को भी नहीं बख्शा. उनके अनुसार IPL में भी उन्हें निरंतर मौके नहीं मिलते हैं, इसी का नतीजा रहा कि वो IPL 2025 में सिर्फ 6 मैच खेल पाए थे.
भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट पर नजर डालें तो ऋषभ पंत की अंगूठे की चोट के चलते वाशिंगटन सुंदर का प्रमोशन हुआ था. उन्होंने पांचवें क्रम पर बैटिंग के मौके का पूरा फायदा उठाया और 101 रन की पारी खेल अपने टेस्ट करियर का पहला शतका जड़ा.