Shri Jhanda Ji Mela arohan is begin from 12 march in Dehradun Uttarakhand

Jhanda Mela Dehradun 2023: झंडे जी के आरोहण के लिए दरबार साहिब देहरादून में पहुंचने लगीं संगतें, 12 मार्च को शुरू होगा मेला

Shri Jhanda Ji Mela arohan is begin from 12 march in Dehradun Uttarakhand

Shri Jhanda Ji Mela arohan is begin from 12 march in Dehradun Uttarakhand

Jhanda Mela Dehradun 2023: कल से यानि की 12 मार्च को झंडे जी के आरोहण के साथ ऐतिहासिक झंडा मेला शुरू हो जाएगा। आपको बतादें कि इस मेले में लोग देश के कोने-कोने से संगतें दरबार साहिब पहुंच रही हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान आदि से संगतों का आना जारी है। दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज संगतों को आशीर्वाद दे रहे हैं। इस मेले की इतनी प्रतिष्ठा मानी गई है की इसकी धूम शहर में करीब एक माह तक चलती है। देहरादून के ऐतिहासिक झंडा मेला की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। संगतों के ठहरने से लेकर भोजन आदि का पूरा इंतजाम किया गया है। मेला कमेटी और पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

क्या है इसकी इतिहास 
सिखों के सातवें गुरु हरराय महाराज के ज्येष्ठ पुत्र गुरु रामराय महाराज के देहरादून आगमन की खुशी में हर साल झंडा मेला लगता है। वर्ष 1675 में चैत्र मास कृष्ण पक्ष की पंचमी को गुरु रामराय महाराज ने दून में कदम रखा था। इसके बाद 1676 से यह उत्सव मनाया जाता है। मेले में झंडे जी पर गिलाफ चढ़ाया जाता है। चैत्र में कृष्ण पक्ष की पंचमी के दिन पूजा-अर्चना कर पुराने झंडे जी को उतारकर ध्वजदंड में बंधे पुराने गिलाफ, दुपट्टे आदि हटाए जाते हैं। दरबार साहिब के सेवक दही, घी और गंगाजल से ध्वज दंड को स्नान कराते हैं। इसके बाद झंडे जी को गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया शुरू होती है। सबसे ऊपर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है। पवित्र जल छिड़कने के बाद श्रद्धालु रंगीन रुमाल, दुपट्टे आदि बांधते हैं। कहा जाता है कि पहले पंजाब और हरियाणा से ही संगतें दरबार साहिब पहुंचती थीं। इसके बाद झंडे जी की ख्याति देश-दुनिया में फैलने लगी। अब लाखों श्रद्धालु झंडे जी के दर्शन करने पहुंचते हैं। दरबार साहिब के आंगन में सद्भाव के सांझा चूल्हे से रोजाना हजारों लोग एक ही छत के नीचे भोजन ग्रहण करते हैं। अलग-अलग स्थानों पर भी लंगर चलते हैं।

शहर में किया गया है वाहनों के रूट खास प्रबंध 
मातावाला बाग से सभी संगतों के वाहनों को भंडारीबाग व बांबे बाग पार्किंग स्थल पर ही पार्क कराया जाएगा। हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से आने वाले वाहन सिंगनीवाला, नयागांव, शिमला बाइपास चौक से आएंगे। उनके लिए मातावाला बाग में पार्किंग स्थल रहेगा। पंजाब और उत्तर प्रदेश से आने वाले वाहन आशारोड़ी से शिमला बाइपास चौक होते हुए मातावाला बाग पहुंचेंगे। वाहनों को यहां पार्क किया जाएगा। हरिद्वार रोड से आने वाले वाहन रिस्पना से कारगी चौक होते हुए भंडारीबाग पार्किंग स्थल में पहुंचेंगे।

दरबार साहिब में सजी दुकानें
झंडा मेले के लिए दरबार साहिब परिसर में दुकाने सजनी शुरू हो चुकी हैं। खाने पीने से लेकर दैनिक उपयोग की वस्तुओं से दुकानों को सजाने का कार्य किया जा रहा है। परिसर में तकरीबन 200 दुकानें लगाई गई हैं।

सद्भाव व भाईचारे को बढ़ाते हैं मेले
दरबार साहिब के सज्जादा गद्दी नशीन देवेन्द्र दास महाराज ने अपने संदेश में मेले को देश की विरासत व धरोहर बताया। कहा कि मेलों में देश विदेश के लोग एकजुट होकर अपनी कला, संस्कृति व संस्कारों का आदान प्रदान करते हैं। मेले आपसी सद्भाव व भाईचारे को बढ़ाने का काम करते हैं।

यूट्यूब व फेसबुक पर भी लाइव प्रसारण
आपको बतादें कि श्री दरबार साहिब मेला समिति की ओर से दरबार साहिब परिसर में श्रद्धालुओं के लिए झंडेजी के आरोहण के लिए विभिन्न जगहों पर एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा इस पल को लोग दरबार साहिब के फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल के माध्यम से भी देख पाएंगे।