साइना नेहवाल का इमोशनल संदेश, पति पारुपल्ली कश्यप के साथ अलग होने की कि घोषणा

साइना नेहवाल का इमोशनल संदेश, पति पारुपल्ली कश्यप के साथ अलग होने की कि घोषणा

भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने अपने पति और साथी खिलाड़ी पारुपल्ली कश्यप से अपने विवाह के अंत की पुष्टि कर दी है।

 

saina nehwal: भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने अपने पति और साथी खिलाड़ी पारुपल्ली कश्यप से अपने विवाह के अंत की पुष्टि कर दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक नोट साझा करते हुए बताया कि अब वे और कश्यप साथ नहीं हैं। तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है कि आखिर माजरा क्या है ?

सोशल मीडिया के ज़रिए दी खबर

साइना नेहवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अपने पति के साथ तलाक लेने की बात की पुष्टि की है उन्होंने लिखा : "हम दोनों के बीच लंबे समय से आपसी दूरी बनी हुई थी और अब हमने आपसी सहमति से अपने रिश्ते को खत्म करने का फैसला लिया है। यह फैसला आसान नहीं था, लेकिन हम दोनों के लिए जरूरी था।”साइना ने अपने नोट में लिखा कि वे इस समय को सकारात्मक रूप से लेने की कोशिश कर रही हैं और खुद को और अपने खेल को बेहतर बनाने पर ध्यान देंगी।

साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप की लव स्टोरी

साइना और कश्यप ने 2018 में शादी की थी और बैडमिंटन कोर्ट से लेकर व्यक्तिगत जीवन तक लंबे समय तक एक-दूसरे का साथ निभाया था। फैन्स और खेल जगत में यह खबर थोड़ी चौंकाने वाली रही, लेकिन साइना ने सभी से उनके निजी जीवन के इस फैसले का सम्मान करने की अपील की है।इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर उनके फैन्स ने उन्हें संवेदनाएं और समर्थन भेजा है। कई खेल प्रेमियों और साथियों ने उनके साहस और ईमानदारी की सराहना की है।

साइना नेहवाल के अचीवमनेट

साइना नेहवाल भारत की सबसे सफल बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा और ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं। 2015 में वह दुनिया की नंबर 1 रैंकिंग हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में 2010 और 2018 में स्वर्ण पदक, विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत (2015) और दो कांस्य पदक (2017, 2019), और कई सुपर सीरीज खिताब जीते हैं। इसके अलावा एशियन गेम्स और उबेर कप जैसे टीम इवेंट्स में भी उन्होंने भारत के लिए पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। साइना की उपलब्धियाँ न केवल खेल की दुनिया में प्रेरणा हैं, बल्कि उन्होंने भारत में बैडमिंटन को नई पहचान भी दिलाई है।