यातायात नियमो की पालना करके ही सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है: -डॉ अंशु सिंगला

यातायात नियमो की पालना करके ही सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है: -डॉ अंशु सिंगला

यातायात नियमो की पालना करके ही सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है: -डॉ अंशु सिंगला

यातायात नियमो की पालना करके ही सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है: -डॉ अंशु सिंगला

कुरुक्षेत्र । (वालिया)सडक दुर्घटनाओं के मामले में भारत अग्रिम देशों में शामिल हैं।  भारतवर्ष में सड़क दुर्घटनाओ का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। आंकडों के अनुसार भारत वर्ष में हर साल करीब 4.5 लाख सडक हादसों में करीब 1.50 लाख लोगों की मौत हो जाती है। हादसों का मुख्य कारण है यातायात के नियमों के प्रति जागरुकता न होना है । हम यातायात नियमो की पालना करके ही सड़क दुर्घटनाओं से बच सकते है ।
इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र डॉ अंशु सिंगला ने बताया कि देश में प्रतिदिन सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है और लोगों को इस सार्वजनिक मुद्दे से अवगत होने की जरूरत है। अकेले पुलिस ही सड़क दुर्घटनाओं को कम नहीं कर सकती जब तक देश का हर नागरिक जागरूक ना हो। हमें सड़क दुर्घटना के मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि ज्यादातर मौतें लापरवाही के ही कारण होती हैं। सड़क दुर्घटनाओं के कई कारण हो सकते हैं। ड्राइवर या किसी अन्य व्यक्ति की लापरवाही सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण है। लोग उचित रूप से यातायात निर्देशों और नियमों का पालन नहीं करते हैं और इसलिए इसका परिणाम गंभीर चोटों और मौतों के रूप में सामने आता है। हम आमतौर पर उन लोगों को देख सकते हैं जो ट्रैफिक सिग्नल तोड़ते हैं, नशे में गाड़ी चलाते हैं, सीट बेल्ट नहीं पहनते हैं। हर व्यक्ति जो सड़कों का उपयोग कर रहा है, सड़क सुरक्षा की समस्या उससे संबंधित है। सड़कों पर सुरक्षा के लिए सख्त नियमों और कानूनों की ज़रूरत है। ड्राइविंग या वाहन का उपयोग करते समय प्रत्येक व्यक्ति को निर्देश और नियमों का पालन करना चाहिए। इन दिनों युवाओं के बीच बाइक क्रेज बढ़ रहा है इसलिए उन्हें हेलमेट पहनने तथा गति सीमा पर अंकुश रखने जैसे नियमों का पालन करना चाहिए । नशे में ड्राइविंग या तेज ड्राइविंग दुर्घटनाओं का मुख्य कारण होता है। हमारा जीवन हमारे हाथों में है और इस प्रकार सड़क का उपयोग करते समय नियम और उचित निर्देशों का पालन करना आवश्यक है।
            जिस प्रकार हम अपने मोबाईल को कवर या स्क्रीन गार्ड लगाना नहीं भूलते उसी प्रकार दोपहिया वाहन पर चलते समय हमेशा हैल्मैट रखें। मोबाईल या डिश टी.वी. का रिचार्ज समय पर करवाते हैं परन्तु बाईक या गाडी का इंश्योरेन्स व प्रदूषण सर्टिफिकेट लेना भूल जाते हैं। हम बाजार, चौंक-चौराहे या कैन्टीन मे घण्टों बातचीत में बिता सकते हैं पर रैडलाईट पर 02 मिनट रुकना मुश्किल लगता है। इन सभी बातों को यदि हम अपने रोज के व्यवहार मे शामिल कर लें तो हर रोज बढ रहे सडक हादसों को कम किया जा सकता है।
            आमजन से अपील करते हुए पुलिस अधीक्षक डा० अंशु सिंगला ने कहा कि खुद को सुरक्षित रहना व दूसरों को सुरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेवारी है । किसी भी नागरिक के नोटिस में कोई सड़क हादसा आए तो तुरंत पुलिस हैल्पलाईन डायल-112 पर सूचित करें, पुलिस तुरंत मदद को पहुंचेगी। सड़क हादसों के बारे में कोई भी सूचना हरियाणा पुलिस की ट्रैफिक हैल्पलाइन नंबर 1073 या जिला पुलिस के ट्रैफिक कंट्रोल रुम न. 1095 पर काल करके भी सूचना दी जा सकती है।
·        जिला पुलिस द्वारा यातायात नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों के माह मार्च 2022 के दौरान 4353 चालान किये गये व 22,78,900 /- रुपये का जुर्माना किया गया।
·        01 मार्च 2022 से 31 मार्च 2022 तक जिला कुरुक्षेत्र में सडक हादसों के कुल 52 मामले दर्ज किये गये। इन हादसों में कुल 32 लोगों की मृत्यु हो गई और कुल 40 लोग चोटिल हुए ।