पिछली सरकारें जो ना कर पाई मान सरकार ने उसे भी कर दिखाया सम्भव हिंदुस्तान यूनिलीवर का पटियाला में ₹277 करोड़ का निवेश: 1,092 युवाओं को मिलेगा रोज़गार

What Previous Governments Could Not Do, Mann Government Has Made It Possible
चंडीगढ़, 12 अक्तूबर 2025: What Previous Governments Could Not Do, Mann Government Has Made It Possible: पटियाला के औद्योगिक परिदृश्य में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। देश की सबसे बड़ी और भरोसेमंद कंपनियों में शामिल हिंदुस्तान यूनिलीवर ने पटियाला में अपना नया आधुनिक प्लांट लगाने का ऐलान किया है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर ₹277 करोड़ का निवेश होगा और सबसे बड़ी बात यह है कि इससे 1,092 युवाओं को सीधे रोज़गार मिलेगा। यह केवल एक व्यावसायिक निर्णय नहीं है, बल्कि पंजाब के युवाओं के लिए उम्मीद की एक नई किरण है।
दशकों से पंजाब के नौजवान रोज़गार की तलाश में दिल्ली, मुंबई और विदेशों का रुख करते रहे हैं। परिवारों को अपने बच्चों से दूर रहना पड़ता था और युवाओं को अपनी जड़ों से कटकर बाहर संघर्ष करना पड़ता था। लेकिन अब स्थिति बदल रही है। हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी वैश्विक कंपनी का यह निवेश साबित करता है कि अब पंजाब के युवाओं को अपने ही शहर में, अपने परिवार के पास रहकर बेहतरीन नौकरी के अवसर मिल सकते है। यह प्लांट न सिर्फ एक फैक्ट्री है, बल्कि हज़ारों परिवारों की खुशहाली और सम्मान का ज़रिया बनेगा।
हिंदुस्तान यूनिलीवर का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। लक्स, लाइफबॉय, डव, सर्फ एक्सेल, व्हील, क्लिनिक प्लस, पॉन्ड्स जैसे ब्रांड हर भारतीय घर में इस्तेमाल होते है। अब इन्हीं प्रोडक्ट्स का निर्माण पटियाला में होगा। यह प्लांट अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा, जहां साबुन से लेकर शैम्पू, डिटर्जेंट से लेकर पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स तक सब कुछ बनेगा। हर दिन लाखों यूनिट्स का उत्पादन होगा और ये प्रोडक्ट्स पूरे उत्तर भारत में सप्लाई किए जाएंगे। इससे पंजाब का औद्योगिक उत्पादन कई गुना बढ़ेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिलेगी।
जब कोई बड़ी कंपनी किसी जगह निवेश करती है, तो उसका फायदा सिर्फ उस कंपनी के कर्मचारियों तक सीमित नहीं रहता। पटियाला के आसपास के व्यापारियों, दुकानदारों, ट्रांसपोर्टरों और छोटे उद्यमियों के लिए भी यह सुनहरा अवसर है। प्लांट को कच्चा माल चाहिए होगा, पैकेजिंग मैटेरियल चाहिए होगा, तैयार माल को मार्केट तक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्ट चाहिए होगा। इसका मतलब है कि सैकड़ों छोटे सप्लायर्स, लॉजिस्टिक्स कंपनियां और सर्विस प्रोवाइडर्स को भी काम मिलेगा। स्थानीय किसानों को भी फायदा होगा क्योंकि कई प्रोडक्ट्स के लिए प्राकृतिक और कृषि आधारित कच्चे माल की जरूरत होगी। यानी यह एक प्लांट पूरे इलाके की अर्थव्यवस्था को गति देगा।
आज के दौर में किसी भी कंपनी की सफलता सिर्फ मुनाफे से नहीं, बल्कि उसकी पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी से भी आंकी जाती है। हिंदुस्तान यूनिलीवर ने साफ किया है कि पटियाला का यह प्लांट पूरी तरह इको-फ्रेंडली होगा। पानी और बिजली की खपत कम से कम होगी, रेनवाटर हार्वेस्टिंग की जाएगी, सोलर एनर्जी का इस्तेमाल होगा। उत्पादन प्रक्रिया में निकलने वाले कचरे को रीसाइकिल किया जाएगा और कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम रखने के हर संभव उपाय किए जाएंगे। यह प्लांट साबित करेगा कि विकास और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकते हैं। आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक स्वस्थ और साफ पटियाला छोड़ने की दिशा में यह एक सराहनीय कदम है।
पंजाब सरकार की भूमिका इस पूरे प्रोजेक्ट में बेहद अहम रही है। मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि उनकी सरकार का मिशन है कि पंजाब को देश का सबसे निवेश-अनुकूल राज्य बनाया जाए। इसी सोच के तहत उद्योग विभाग ने इस प्रोजेक्ट को तेजी से मंजूरी दी। जमीन का आवंटन, बिजली-पानी का कनेक्शन, पर्यावरण क्लीयरेंस, और दूसरे जरूरी लाइसेंस – सब कुछ रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया। यह ‘Ease of Doing Business’ का जीता-जागता उदाहरण है। जब सरकार और उद्योग साथ मिलकर काम करते हैं, तो ऐसे ही परिणाम सामने आते हैं।
हिंदुस्तान यूनिलीवर ने पटियाला को क्यों चुना? इसके पीछे कई ठोस कारण हैं। पटियाला का भौगोलिक स्थान बेहतरीन है – यह दिल्ली, चंडीगढ़, अमृतसर जैसे बड़े बाजारों के बीच में है। यहां से माल की ढुलाई आसान और किफायती है। पंजाब में कुशल और मेहनती युवाओं की कोई कमी नहीं है। यहां के लोग मेहनत करना जानते हैं और नई तकनीक सीखने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। सड़क, बिजली, पानी जैसे बुनियादी ढांचे भी बेहतर हैं। और सबसे बड़ी बात, पंजाब में अब शांति है, सुरक्षा है, और विकास के लिए सकारात्मक माहौल है। यही वजह है कि बड़ी कंपनियां अब पंजाब को गंभीरता से देख रही हैं।
यह निवेश केवल एक शुरुआत है। जब एक वैश्विक कंपनी किसी राज्य में सफलतापूर्वक निवेश करती है, तो वह दूसरी कंपनियों के लिए रास्ता खोल देती है। हिंदुस्तान यूनिलीवर की सफलता देखकर और भी कई कंपनियां पंजाब में निवेश के बारे में सोचेंगी। अगले कुछ सालों में पंजाब उत्तर भारत का एक बड़ा इंडस्ट्रियल हब बन सकता है। और जब ऐसा होगा, तो यहां के हर युवा को, हर परिवार को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
पटियाला की गलियों में अब एक नई उम्मीद जगी है। युवा अपने सपने देखने लगे हैं। माता-पिता राहत महसूस कर रहे है कि उनके बच्चों को बाहर नहीं भटकना पड़ेगा। स्थानीय व्यापारी नए अवसरों की तैयारी कर रहे है। यह बदलाव की हवा है, विकास की आहट है। हिंदुस्तान यूनिलीवर का यह ₹277 करोड़ का निवेश सिर्फ एक आर्थिक लेन-देन नहीं है – यह पंजाब के उज्ज्वल भविष्य की नींव है। और जब यह प्लांट पूरी तरह चालू हो जाएगा, तो पटियाला न सिर्फ पंजाब बल्कि पूरे देश के लिए एक सफलता की कहानी बनेगा।