केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने सोनीपत स्थित SAI राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र का किया दौरा

Union Minister Dr. Mansukh Mandaviya visits SAI National Centre
सुविधाओं की समीक्षा की और एथलीटों, प्रशिक्षकों और कर्मचारियों से बातचीत की
सोनीपत, 12 अक्टूबर: Union Minister Dr. Mansukh Mandaviya visits SAI National Centre: केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज सोनीपत स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) का दौरा किया और चल रहे प्रशिक्षण, बुनियादी ढांचे की समीक्षा की तथा प्रशिक्षकों, एथलीटों और सहायक कर्मचारियों के साथ बातचीत की।
दोपहर में केंद्र पहुंचने पर डॉ. मंडाविया का साई के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया और सोनीपत परिसर की गतिविधियों, उपलब्धियों और आगामी परियोजनाओं का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।
केंद्रीय मंत्री ने अपने दौरे की शुरुआत तीरंदाजी उत्कृष्टता केंद्र के निरीक्षण से की, जहाँ उन्होंने प्रशिक्षकों और एथलीटों से बातचीत की। उन्होंने उनके समर्पण की सराहना की और जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए वैज्ञानिक प्रशिक्षण विधियों को बढ़ावा देने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।
डॉ. मंडाविया ने 'एक पेड़ माँ के नाम' पहल के तहत वृक्षारोपण गतिविधि में भी भाग लिया।
इसके बाद, मंत्री महोदय ने तीरंदाजी रेंज, कबड्डी कोर्ट, चिकित्सा केंद्र, कुश्ती हॉल, खेल विज्ञान विभाग और स्ट्रेंथ एवं कंडीशनिंग हॉल का दौरा किया, जहाँ उन्होंने उपलब्ध प्रशिक्षण और खेल विज्ञान सुविधाओं का जायज़ा लिया। उन्होंने खिलाड़ियों की तैयारी में प्रौद्योगिकी और खेल विज्ञान के एकीकरण की सराहना की और नियमित स्वास्थ्य एवं प्रदर्शन मूल्यांकन के महत्व पर ज़ोर दिया।
डॉ. मंडाविया ने बहुउद्देश्यीय हॉल (एमपीएच), आगामी उच्च प्रदर्शन केंद्र (एचपीसी) और इनडोर कबड्डी हॉल का भी निरीक्षण किया और भारत के एथलीटों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए की जा रही महत्वपूर्ण अवसंरचनात्मक प्रगति पर ध्यान दिया।
यह दौरा प्रशिक्षकों और स्टाफ सदस्यों के साथ बातचीत के साथ संपन्न हुआ, जहां मंत्री ने भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र में उनके योगदान की सराहना की और 2047 तक विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए एक मजबूत खेल संस्कृति के निर्माण के सरकार के दृष्टिकोण को दोहराया।