भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस: एक लाख रुपए की रिश्वत लेता पनसप का जनरल मैनेजर विजिलेंस ब्यूरों द्वारा रंगे हाथों काबू

Zero Tolerance Against Corruption
-सरकारी गाड़ी भी जब्त की गई
चंडीगढ़ 1 मई: Zero Tolerance Against Corruption: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के दौरान पनसप के जनरल मैनेजर अजीत पाल सिंह सैनी, जिनके पास खरीद, भंडारण, वाणिज्यिक, निर्माण और मुख्य विजिलेंस अधिकारी (सीवीओ) का भी चार्ज है, को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
आज यहां यह जानकारी देते हुए राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने कहा कि यह गिरफ्तारी फिरोजपुर जिले के रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के बाद की गई है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो को संपर्क करके आरोप लगाया कि पनसप के उक्त जनरल मैनेजर ने कुल 1.25 करोड़ रुपए की गबन राशि, जो कथित तौर पर जाली खरीद के तहत दिखायी गई 14090 धान की बोरियों की कीमत है, की 10 प्रतिशत रिश्वत मांग रहा है और पहली किश्त के रूप में उसने 2 लाख रुपए की मांग की। हालाँकि, बातचीत के बाद सौदा एक लाख रुपए में तय हो गया।
शिकायतकर्ता फिरोजपुर के शहजदी और माना सिंह वाला की मंडियों में एक कमीशन एजेंट हैं। वर्ष 2024 में पनसप द्वारा धान की खरीद के दौरान, संबंधित चावल मिलों में स्टॉक की जांच के दौरान कुल 34,250 धान की बोरियों कम पाई गई थीं।
शिकायतकर्ता की (आढ़तिया) फर्म पर आरोप लगाया गया था कि वह कुल 34,250 धान की बोरियों की जाली खरीद की रिपोर्ट करने में शामिल था। इसके बाद, उसे 2.97 करोड़ रुपए की घाटे वाली राशि जमा करने का निर्देश दिया गया था, जिसके बाद, शिकायतकर्ता ने पनसप के पास रिकवरी के रूप में 2.50 करोड़ रुपए जमा कराए।
अंत में, शिकायतकर्ता ने मैनेजिंग डायरैक्टर, पनसप को एक विनती की कि जिला प्रबंधक, फिरोजपुर और पनसप फिरोजपुर के इंस्पैक्टरों द्वारा ऑनलाइन पोर्टल से लगभग 19040 धान की बोरियों के गेट पास डिलीट कर दिए गए थे, जिसके कारण उसे इन बोरियों के लिए गलत जुर्माना लगाया गया था। इसके बाद, आरोपी अजीत पाल सैनी, जीएम ने एक परिचित कंवल दीप के जरिए शिकायतकर्ता से संपर्क किया और शिकायतकर्ता के हक में मामला निपटाने के लिए रिश्वत की मांग की।
शिकायतकर्ता ने आरोपी की बातचीत ऑडियो रिकॉर्ड कर ली, जिसमें आरोपी ने पहली किश्त के रूप में 2,00,000 रुपए की मांग की। इससे पहले जिला मैनेजर फिरोजपुर और पनसप फिरोजपुर के 2 इंस्पैक्टरों को भी इसी मामले में विभाग द्वारा निलंबित किया गया है।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि आरोपों की प्रारंभिक तस्दीक बहुत सावधानी से की गई थी और आरोपों की गहराई से जांच के बाद, विजिलेंस ब्यूरो टीम ने जाल बिछाया और उक्त जनरल मैनेजर को मैक्स अस्पताल, फेज़ 6, मोहाली की पार्किंग में, दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
इस संबंध में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत विजिलेंस ब्यूरो के थाने, फ्लाइंग स्क्वाड-1, पंजाब मोहाली में मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने उसके कब्जे से 1,00,000 रुपए की रिश्वत बरामद की है और आरोपी की सरकारी गाड़ी, जिसमें वह पैसे लेने के लिए मौके पर आया था, को भी जब्त कर लिया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि उसे कल सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा और अन्य जांच जारी है।