चाय पीने के है शौक़ीन, तो जाने ले कौन सा कप है आपके लिए सही
- By Sheena --
- Thursday, 17 Aug, 2023
![Plastic Disposable Cups Side Effects](https://www.arthparkash.com/uploads/cup.jpg)
Plastic Disposable Cups Side Effects
Plastic Disposable Cups Side Effects: चाय के दीवाने तो गली-गली फिरते है। यार, दोस्त, भाई- बहन कोई भी मिले, बस चाय का तो बहाना मिल जाता है। कुल्हड़ में बिकने वाली चाय ने धीरे-धीरे स्टील और कांच के बर्तनों की जगह डिस्पोजेबल ने ले ली है। चलो ये तो समय के बदलने के साथ कई चीज़ो का बदलाव जाएज़ भी है। लेकिन इस समय में प्लास्टिक ने सबसे ज्यादा नुकसान कर दिया है जो की स्टील, कुल्हड़ और कांच की बर्तनों की जगह ले बैठा है। बर्थडे पार्टी से लेकर ऑफिस की कैंटीन तक में भी आपको चाय, कॉफ़ी,ड्रिंक्स और पानी भी अब तो डिस्पोजेबल कप में परोसा जाता है जो कि हमारी सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक साबित होता है। लेकिन लोग जो नहीं जानते है इसके बारे में वो डिस्पोजेबल कप में परोसी गई चाय का मज़ा चुस्कियों के साथ अपने अंदर ले जा रहे हैं। आइए हम आपको बताते है इससे क्या ख़तरा हो सकता है ?
कैंसर को दावत देते हैं ये कप
डॉक्टरों की मानें तो इन पेपर कप को बनाने में प्लास्टिक और केमिकल का यूज होता है, जो हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाता है. ऐसे में अगर लंबे समय तक आप इन कपों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये कैंसर का कारण बन सकता है। भले ही आपको ये सुनकर झटका लगा हो, लेकिन ये सच है। एक स्टडी में पता चला है कि अगर कागज के कप में व्यक्ति दिन भर में तीन बार भी चाय पी रहा है तो प्लास्टिक के 75, 000 छोटे माइक्रोप्लास्टिक उसकी बॉडी में जा रहे हैं।
इस्तेमाल किए जाते हैं ये केमिकल
कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि डिस्पोजेबल को बनाने के लिए बिसफेनोल और बीपीए जैसे केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जो हमारे शरीर तके लिए घातक होते हैं। ऐसे में जब हम चाय या कुछ गर्म पीते हैं तो कप में मौजूद केमिकल इनमें घुलने लगते हैं और पेट के जरिए ये केमिकल पेट में जाते हैं और कैंसर का कारण बनते हैं।
हाल ही में आईआईटी खड़गपुर द्वारा की गई एक स्टडी में इससे सेहत पर पड़ने वाले असर के बारे में बताया गया. आईआईटी खड़गपुर में एसोसिएट प्रोफेसर सुधा गोयल शोध ने बताया कि ‘हमारे रिसर्च के अनुसार एक पेपर कप में रखा 100 मिलीलीटर गर्म तरल (85-90 ओसी), 25,000 माइक्रोन-आकार (10 माइक्रोन से 1000 माइक्रोन) के सूक्ष्म प्लास्टिक के कण छोड़ता है और यह प्रक्रिया कुल 15 मिनट में पूरी हो जाती है।
थायराइड जैसी बीरामियों को देता है जन्म
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो डिस्पोजेबल कप बनाने में न केवल केमिकल बल्कि इसमें माइक्रोप्लास्टिक का इस्तेमाल भी होता है, जो थायराइड जैसी परेशानियों को जन्म देता है। खासकर शराब या स्मोकिंग करने वालों को डिस्पोजेबल कप के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इन लोगों को कैंसर का खतरा काफी जल्दी हो सकता है।
कुल्हड़ का करें इस्तेमाल
आप ने ये तो जान लिया कि डिस्पोजेबल का इस्तेमाल हमारी सेहत के लिए खराब हो सकता है, लेकिन अब इसकी जगह हमें किन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए ये जानना भी बेहद जरूरी है। प्लास्टिक या पेपर के कप में चाय पीने की बजाय हमें मिट्टी के कुल्हड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। मिट्टी के कुल्हड़ में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो हमारी हड्डियों के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही ये हमें कई बीमारियों से भी बचाते हैं।