पाकिस्तान में आतंकवाद पर ओवैसी का तंज, आतंकी लखवी जेल में बैठे-बैठे एक बेटे का बाप बन गया

Owaisi Slams Pakistan
नई दिल्ली। Owaisi Slams Pakistan: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और आतंकवाद के खिलाफ भारत अपना रुख दुनिया के सामने जाहिर कर रहा है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों की यात्रा कर आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान की पोल खोल रहे हैं। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi on Pakistan) ने शनिवार को पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा।
जेल में बंद जकीउर रहमान लखवी बना पिता
ओवैसी ने पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को बेनकाब करते हुए कहा कि पाकिस्तान की जेल में बंद रहते हुए कुख्यात आतंकवादी पिता बन गया। ओवैसी उस सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जो फिलहाल अल्जीरिया में हैं। उन्होंने शनिवार को भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, जकीउर रहमान लखवी नाम का एक आतंकवादी है। दुनिया को कोई भी देश आतंकवाद के आरोप का सामने कर रहे आतंकवादी को जेल से बाहर आने की इजाजत नहीं देगा, लेकिन वो जेल में बैठे-बैठे ही एक बेटे का पिता बन गया।
'पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डालने की जरूरत'
ओवैसी ने इस दौरान पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में वापस डालने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में दोबारा डाल दिया जाए तो भारत में आतंकवादी घटनाओं में कमी आएगी।
बता दें कि FATF एक स्वतंत्र अंतर-सरकारी निकाय है जो आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों के लिए ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम के इस्तेमाल को रोकने के लिए नीतियों को विकसित करता और बढ़ावा देता है।
पाकिस्तान तकफीरिज्म का केंद्र है: ओवैसी
AIMIM प्रमुख ने कहा कि आतंकवाद केवल दक्षिण एशिया का मामला नहीं रह गया है। हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। अगर हालात ऐसे ही रहे तो क्या होगा? क्या आप चाहते हैं तबाही दक्षिण एशिया के अन्य हिस्सों में भी फैले।
अल्जीरियाई मीडिया, थिंक टैंक के सदस्यों और भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी समूहों दाएश और अल-कायदा के बीच कोई वैचारिक अंतर नहीं है। पाकिस्तान तकफीरिज्म का केंद्र है। उनका मानना है कि उन्हें धार्मिक स्वीकृति प्राप्त है, जो पूरी तरह से गलत है। इस्लाम किसी भी व्यक्ति की हत्या की अनुमति नहीं देता है और दुर्भाग्य से, यही उनकी विचारधारा है।