पूर्व प्रशासनिक अधिकारी की हत्या: आधा खुला था मकान का मुख्य शटर, पड़ोसी ने अंदर झांककर देखा तो ऐसे हाल में थे सुरेंद्र, देखकर उड़े होश

पूर्व प्रशासनिक अधिकारी की हत्या: आधा खुला था मकान का मुख्य शटर, पड़ोसी ने अंदर झांककर देखा तो ऐसे हाल में थे सुरेंद्र, देखकर उड़े होश

पूर्व प्रशासनिक अधिकारी की हत्या: आधा खुला था मकान का मुख्य शटर

पूर्व प्रशासनिक अधिकारी की हत्या: आधा खुला था मकान का मुख्य शटर, पड़ोसी ने अंदर झांककर देखा तो ऐसे ह

देहरादून। वन विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी की गला दबाकर हत्या कर दी गई। हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस संपत्ति को लेकर हत्या की आशंका जता रही है। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है। स्वजन की तहरीर पर डालनवाला कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

डालनवाला कोतवाली निरीक्षक एनके भट्ट के अनुसार आंबेडकर कालोनी तरला आमवाला निवासी हरी सिंह ने बताया कि वह पेशे से मिस्त्री है। पिछले कुछ दिनों से करनपुर बाजार में सुरेंद्र जयसवाल की मकान के ऊपरी मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि प्रथम तल में वह खुद रहते थे।

शनिवार को जिस तल पर सुरेंद्र रह रहे थे उसका मुख्य शटर खुला हुआ था। जबकि वह पिछले दो दिन से अपने कमरे से बाहर नहीं आए। जब उनको संदेह हुआ तो उन्होंने सामने की बिल्डिंग की छत से अंदर देखने की कोशिश की। इस दौरान सुरेंद्र जयसवाल अंदर फर्श पर पड़े नजर आए। इस पर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

पुलिस मौके पर पहुंची तो सुरेंद्र जयसवाल मृत अवस्था में मिले। इंस्पेक्टर भट्ट ने बताया कि सुरेंद्र जयसवाल का अपनी पत्नी के साथ अच्छे संबंध नहीं थे, जिस कारण वह पिछले 25 साल से पत्नी से अलग करनपुर बाजार में रह रहे थे।

गले में बंधा मिला बैग का फीता

पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो मृतक सुरेंद के गले में बैग का फीता बंधा हुआ मिला। पुलिस ने घटनास्थल पर फारेंसिक टीम बुलाकर गहराई से जांच करवाई। इसी बीच घटना की सूचना मिलने पर मृतक सुरेंद जयसवाल की बेटी व पत्नी भी वहां पहुंच गए। उनकी उपस्थिति में पंचायतनामा की कार्रवाई की गई।

प्राथमिक जांच में गला घोंटकर हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी चेक कर रही है, जिससे पता चले कि पिछले दो-तीन दिनों से बिल्डिंग में कौन-कौन आया।

छाती पर मिले चोट के निशान

पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम में मृतक की छाती पर चोट के निशान पाए गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपित जब बुजुर्ग का गला घोंट रहा था तो उन्होंने बचाव की कोशिश की। ऐसे में हमलावर ने उनकी छाती पर भी प्रहार किए। पीएम रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि बुजुर्ग की मृत्यु 24 घंटे पहले हो गई थी। संभवत: 31 मार्च की रात को ही हत्या कर दी गई।

एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि अब तक हत्या के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। पास वाले मकान में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनकी फुटेज चेक की जा रही है। मकान में काम कर रहे लेबर के बारे में पता करवाया जा रहा है कि पिछले दो-तीन दिनों से वहां पर कौन-कौन काम कर रहा था।