More than 102.8 million Indians became victims of cyber attacks in second quarter of 2023

2023 की दूसरी तिमाही में 102.8 मिलियन से अधिक भारतीय हुए साइबर हमलों का शिकार: रिपोर्ट

More than 102.8 million Indians became victims of cyber attacks in second quarter of 2023

More than 102.8 million Indians became victims of cyber attacks in second quarter of 2023

More than 102.8 million Indians became victims of cyber attacks in second quarter of 2023- नई दिल्ली। भारत में 2023 की दूसरी तिमाही में 102.8 मिलियन से अधिक लोग साइबर हमलों का निशाना बने।

वैश्विक साइबर सुरक्षा समाधान प्रदाता क्विक हील के अनुसार लैपटॉप और पीसी के जरिए ज्‍यादा लोग साइबर हमलों से प्रभावित हुए। प्रतिदिन दस लाख से अधिक साइबर खतरों का पता लगाया जा रहा था।

खतरे के वर्गीकरण में 9.80 प्रतिशत पर बग, 7.03 प्रतिशत पर अवांछित एप्लिकेशन का उपयोग, 6.90 प्रतिशत पर एक्सप्लॉइट, 2.12 प्रतिशत पर क्रिप्टोजैकिंग, 0.32 प्रतिशत पर रैनसमवेयर, 0.84 प्रतिशत पर एडवेयर, 35.15 प्रतिशत पर इंफेक्टर और 37.8 फीसदी पर ट्रोजन शामिल हैं।

क्विक हील टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संजय काटकर ने कहा, “जैसा कि हमने 2023 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत में 102.8 मिलियन से अधिक साइबर खतरों की खतरनाक वृद्धि देखी है, क्विक हील व्यक्तियों, व्यवसायों और सरकारी संगठनों की डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। ये चौंका देने वाली संख्या सक्रिय साइबर सुरक्षा उपायों की तात्कालिकता को रेखांकित करती है।"

रिपोर्ट के मुताबिक, 7.08 मिलियन साइबर हमलों के साथ कोलकाता प्रभावित शहरों की सूची में शीर्ष पर है।

अन्य सबसे अधिक प्रभावित शहरों में मुंबई (7 मिलियन), पुणे (5.69 मिलियन), नई दिल्ली (5.56 मिलियन), बेंगलुरु (4.86 मिलियन), सूरत (4.16 मिलियन), हैदराबाद (3.50 मिलियन), अहमदाबाद (3.45 मिलियन) , चेन्नई (2.36 मिलियन) और गुरुग्राम (2.01 मिलियन) शामिल हैं।

इसके अलावा, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए कुछ युक्तियां सुझाईं हैं,  जैसे संदिग्ध ईमेल और साइबर खतरों को छिपाने वाले ऐप्स के बारे में सतर्क रहना, बढ़ते खतरों के खिलाफ सुरक्षा बढ़ाने के लिए नियमित रूप से सॉफ्टवेयर अपडेट करना, डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा के लिए मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करना करना। संवेदनशील ऑनलाइन जानकारी की सुरक्षा के लिए मल्टी-फैक्टर प्रमाणीकरण लागू करना।