बाढ़ से निपटने के लिए मान सरकार का बड़ा कदम, जालंधर में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित

बाढ़ से निपटने के लिए मान सरकार का बड़ा कदम, जालंधर में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित

Major Initiative of Mann Government for Flood Prevention

Major Initiative of Mann Government for Flood Prevention

किसी भी आपात स्थिति के लिए फ़ोन नंबर- 0181-2240064 जारी

बाढ़ प्रबंधन के लिए पंजाब सरकार लगातार प्रयासरत, कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को जालंधर कंट्रोल रूम का प्रभार

चंडीगढ़/जालंधर, 25 अगस्त: Major Initiative of Mann Government for Flood Prevention: मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार पंजाब में बाढ़ की स्थिति से निपटने और प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुँचाने के लिए जालंधर के सर्किट हाउस में एक बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करेगा। सरकार द्वारा एक आपातकालीन नंबर 0181-2240064 भी जारी किया गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बाढ़ की रोकथाम और प्रबंधन को और मज़बूत बनाना है।

सरकार ने इस महत्वपूर्ण नियंत्रण कक्ष की ज़िम्मेदारी कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को सौंपी है। जालंधर के उपायुक्त डॉ. हिमांशु अग्रवाल और पंजाब के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सलाहकार दीपक बाली को उनकी सहायता के लिए नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, बाढ़/आपदा प्रबंधन से संबंधित फ़ोन कॉल्स को संभालने के लिए 18 कर्मचारियों की एक टीम तैनात किया गया है।

यह नियंत्रण कक्ष मुख्य रूप से तीन ज़िलों - कपूरथला, तरनतारन और फाजिल्का पर विशेष नज़र रखेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां और जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल को राज्य स्तर पर बाढ़ प्रबंधन की निगरानी के लिए नामित किया गया है।

इसके अलावा, प्रत्येक ज़िले के लिए अलग-अलग मंत्रियों को भी कार्य सौंपे गए हैं।

कपूरथला: कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत और राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां को यहां की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।

तरनतारन: परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह (ईटीओ) इस जिले की निगरानी करेंगे।

फाजिल्का: इस ज़िले की ज़िम्मेदारी सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर और पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध को सौंपी गई है।

सरकार का यह कदम आने वाले समय में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नियुक्त किए गए सभी मंत्रियों और अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि ज़रूरत पड़ने पर उनसे तुरंत संपर्क किया जा सके।