Maan Government

Editorial: तीर्थ स्थलों की यात्रा शुरू करना मान सरकार का श्रेष्ठ कदम

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पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार राज्य के निरंतर विकास और समाज कल्याण में लगी है, जोकि दूसरे राज्यों के लिए प्रेरक बन गया है। दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार की तर्ज पर पंजाब में भी बुजुर्गों को तीर्थ स्थलों की मुफ्त यात्रा कराने की योजना शुरू की गई है, जिससे तमाम ऐसे बुजुर्गों के जीवन की साध पूरी होने जा रही है, जोकि अभी तक इससे वंचित थे। राजनीतिक दलों के एजेंडे में अभी तक इस प्रकार की सुविधा शामिल नहीं थी, लेकिन आम आदमी पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इसका जिक्र किया और फिर सरकार में आने के बाद उसे लागू किया। अब देखने को मिल रहा है कि दूसरे राज्यों में भी इस प्रकार की योजना शुरू की जा रही हैं। निश्चित रूप से यह बेहद सराहनीय है और इससे समाज का ताना-बाना जहां मजबूत होता है, वहीं एक सरकार का विनम्र चेहरा भी सामने आता है। एक राज्य सरकार से इसकी ही उम्मीद की जाती है कि वह जनता के हित में हर संभव कदम उठाएगी। पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार जिस प्रकार से विभिन्न मोर्चों पर जुटी है, वह इसकी प्रतिबद्धता और लगन को प्रदर्शित करता है।

संगरूर के धूरी से जब 1300 तीर्थयात्रियों के जत्थे को रवाना किया गया तो इस अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान मौजूद रहे। वास्तव में आप सरकार के लिए यह आवश्यक है कि वह अपनी प्रत्येक घोषणा और वादे को पूरा करके दिखाए। पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश की जनता से पार्टी को एक मौका देने का आह्वान किया था और राज्य की जनता ने आप को प्रचंड बहुमत से चुनाव में विजेता बनाया। ऐसे में अगर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल स्वयं ऐसे मौकों पर उपस्थित होते हैं, तो यह जाहिर करता है कि वे प्रदेश की जनता से किए अपने वादों को पूरा करने की गारंटी लेकर पहुंचे हैं। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने सबसे पहले तीर्थ स्थलों की मुफ्त यात्रा की योजना को शुरू किया था। इसके तहत अब तक दिल्ली में 80 हजार लोग तीर्थ स्थलों की नि:शुल्क यात्रा कर चुके हैं।

पंजाब में आज तेजी से हालात बदल रहे हैं और शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में व्यापक काम हो रहे हैं। राज्य में सामाजिक-शैक्षिक स्वरूप अब बदला हुआ नजर आ रहा है और नए खुल रहे एमिनेंस स्कूल और लाइब्रेरी की सुविधा से शिक्षा जगत रोशन हो रहा है। बीते समय में मुख्यमंत्री मान ने संगरूर के धूरी में 12 अत्याधुनिक पुस्तकालय जनता को समर्पित करके यह बताया था कि उनके एजेंडे में शिक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए वे कितने फिक्रमंद हैं। उसके बाद अब उन्होंने बुजुर्गों को तीर्थ स्थलों की यात्रा के लिए भेजकर सरकार के समाज के प्रति संवेदनशील होने को प्रतिबिंबित कर दिया है।

आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यापक कार्य किया है और उसके परिणाम अब सामने आने लगे हैं। अब पार्टी की पंजाब में सरकार भी इसी दिशा में आगे बढ़ रही है, जोकि बेहद सराहनीय है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, उद्योग एवं राजस्व आदि जुटाने के संदर्भ में उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिनकी बदौलत अब पंजाब गतिमान नजर आ रहा है। राज्य में अब 117 स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले गए हैं, जिनमें व्यापक सुविधाएं प्रदान की जा जाएंगी।  मुख्यमंत्री केजरीवाल का यह कहना भी सही है कि बीते 75 वर्षों में देश में शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया गया। जबकि यही दो विषय सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं। हालांकि अब पंजाब में मान सरकार के नेतृत्व में शिक्षा की क्रांति आ गई है। यह भी कितना कल्याणकारी है कि अब राज्य में आम आदमी क्लीनिक बनाए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से घर-पड़ोस में ही मेडिकल सेवाएं उपलब्ध हैं। एक नागरिक की अच्छे स्कूल, अस्पताल, रोजगार के अलावा ज्यादा जरूरतें नहीं होती।

मुख्यमंत्री मान का कहना है कि राज्य सरकार प्रत्येक घर को उत्पादन इकाई के रूप में तैयार करेगी। इससे महिलाओं का स्वावलंबन होगा। राज्य सरकार की ओर से घर-घर आटा-दाल योजना भी शुरू की जा रही है। इस योजना से समाज के जरूरतमंद वर्ग को फायदा होगा। दरअसल, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पूरे राज्य में परिवर्तन का जैसा माहौल बनाया है, उसके बाद से शिक्षा, चिकित्सा, सरकारी क्षेत्र, रोजगार, पुलिस, उद्योग, बिजली, कृषि आदि में बदलाव साफ नजर आ रहा है। एक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा और क्या हो सकती है कि वह जनता की भलाई के लिए काम करे। 

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