ईरान ने अमेरिका को दी चेतावनी; सुप्रीम लीडर ने कहा- अगर अमेरिका ने सैन्य हमला किया तो अपने नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएगा

Iran Warns America For Involved in Military Conflict With Israel
Iran Warns America: मिडिल ईस्ट में अब इजरायल और ईरान के बीच जंग छिड़ी हुई है। दोनों देश एक-दूसरे पर मिसाइल, ड्रोन्स और फाइटर जेट्स से भीषण हमला कर तबाही की स्थिति पैदा कर रहे हैं। वहीं अब इस बीच ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने राष्ट्र के नाम संबोधन जारी किया है। अपने संबोधन में खामेनेई ने इजरायल के साथ-साथ अमेरिका का जिक्र किया और साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी और बिना शर्त ईरान के सरेंडर होने वाले बयान को किनारे करते हुए चेतावनी दे डाली।
ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कहा कि, अगर ईरान और इजरायल के इस संघर्ष में अमेरिका सैन्य रूप से उतरता है और हमला करता है तो उसे जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। खामेनेई ने कहा कि, अमेरिका का इस मामले (युद्ध) में उतरना 100% उसके अपने लिए नुकसानदेह है। उसे जो नुकसान होगा, वह ईरान को होने वाले किसी भी नुकसान से कहीं अधिक होगा। जो उसने सोचा नहीं होगा।
अमेरिका के सामने ईरान सरेंडर नहीं करेगा
वहीं ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने साफ कर दिया है कि, अमेरिकी ज़िद के सामने ईरान समर्पण नहीं करेगा। खामेनेई ने कहा कि, ईरानी राष्ट्र को किसके सामने आत्मसमर्पण करना चाहिए? इसके लिए कहना बुद्धिमानी नहीं है। हम किसी के हमले के जवाब में कभी भी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। यह ईरानी राष्ट्र का तर्क है। यह ईरानी राष्ट्र की भावना है। ईरानी राष्ट्र किसी भी थोपे गए युद्ध के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा, जैसा कि वह हमेशा से करता आया है। दरअसल ट्रंप ने ईरान को बिना शर्त सरेंडर करने को कहा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति की बेतुकी धमकी से नहीं डरता ईरान
वहीं ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कहा कि, अमेरिकी राष्ट्रपति ईरान को धमकाते हैं। अपनी बेतुकी बयानबाजी से वे मांग करते हैं कि ईरानी लोग उनके सामने आत्मसमर्पण कर दें। उन्हें उन लोगों के खिलाफ़ धमकी देनी चाहिए जो धमकी दिए जाने से डरते हैं। ईरानी राष्ट्र ऐसी धमकियों से भयभीत नहीं है। यह अमेरिका अच्छे से समझ ले। बता दें कि, ट्रंप ने यहां तक बयान दिया था कि खामेनेई अमेरिका की नजर में हैं। अमेरिका को पता है कि वो कहां है और अमेरिका चाहे तो कुछ भी कर सकता है।
अमेरिका पर संदेह सच में बदल रहा
ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कहा कि, यह पहले से ही संदेह था कि इजरायल शासन द्वारा किए गए दुर्भावनापूर्ण कदम में अमेरिका शामिल था, लेकिन अब अमेरिका की हालिया टिप्पणियों को देखते हुए, यह संदेह दिन-ब-दिन मजबूत होता जा रहा है। हमारे देश पर इजरायल शासन का दुर्भावनापूर्ण हमला ऐसे समय हुआ जब ईरानी अधिकारी अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिकी पक्ष के साथ बातचीत में लगे हुए थे। ईरान की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं था जिससे सैन्य कदम उठाने का संकेत मिलता हो।