Invoices of Rs 50,000 each for two buses plying without tax from other states

मिनिस्टर्स फ्लाइंग स्क्वायड द्वारा दूसरे राज्यों की बिना टैक्स चलती दो बसों के 50-50 हज़ार रुपए के चालान

Invoices of Rs 50,000 each for two buses plying without tax from other states

Invoices of Rs 50,000 each for two buses plying without tax from other states

Invoices of Rs 50,000 each for two buses plying without tax from other states- मिनिस्टर्स फ्लाईंग स्क्वायड द्वारा बिना टैक्स के चल रही दूसरे राज्यों की दो बसों के 50-50 हज़ार रुपए के चालान किए गए है। इसके इलावा पैसे लेकर यात्रियों को टिकट न देने वाले तीन कंडक्टरो को भी काबू किया गया है।

इस संबंधी जानकारी देते हुए ट्रांसपोर्ट मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि राज्य में सार्वजनिक बस सेवा को और अधिक कुशल बनाने और ट्रांसपोर्ट विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ को खत्म करने के लिए गठित किए गए मिनिस्टर्स फ्लाइंग स्क्वायड द्वारा लुधियाना के बस स्टैंड के बाहर बसों की चैकिंग की गई जिस दौरान राजस्थान की स्लीपर बस नंबर आर.जे. 28-पी.ए-0001 और जम्मू और कश्मीर स्लीपर बस नंबर जे.के. 02-बीजी 2099 को बिना स्टेट टैक्स के चलता पाया गया, जिनका मौके पर ही चालान किया गया।

उन्होंने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड ने हिमाचल प्रदेश के पतलीकुल में पंजाब से चलने वाली बसों की जांच की जिस दौरान रूपनगर डिपो की बस नंबर पीबी-65 ए.टी-1695 के कंडक्टर अश्विनी कुमार को यात्रियों से 235 रुपये लेकर टिकट ना देने का आरोपी पाया गया। यहीं पर शहीद भगत सिंह नगर डिपो की बस पीबी-07-सीए-5458 के कंडक्टर धर्मेंद्र राम को भी यात्रियों से 140 रुपये लेने और टिकट ना देने के लिए रिपोर्ट किया गया है। इसी तरह लुधियाना में चैकिंग के दौरान जगराओं डिपो की बस पी.बी-10-जीएक्स-6842 के कंडक्टर हरमेश सिंह को भी यात्रियों से 50 रुपए लेने और टिकट ना देने के लिए रिपोर्ट किया गया है।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड द्वारा सरहिंद में की गई चैकिंग के दौरान फिरोज़पुर डिपो की बस पीबी-05-एपी 5354 को अनाधिकृत रूट पर चलती हुई मिली। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि रिपोर्ट किए गए ड्राईवरों और कंडक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई तुरंत अमल में लाई जाए।

कैबिनेट मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने विशेष तौर पर कहा कि सरकारी बस सेवा में तैनात ड्राईवर और कंडक्टर उनके परिवार का हिस्सा हैं और वह हर दुख-सुख में उनके साथ कंधे से कंधा जोड़कर खड़े हैं, लेकिन सरकारी खज़ाने को चूना लगाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।