असम में 5.8 तीव्रता का भूकंप; अचानक तेजी से हिली धरती, लोगों में मची दहशत, PM मोदी भी आज यहां दौरे पर थे, CM का बयान

Assam Earthquake 5.8 Magnitude Strong Jolts Breaking News

Assam Earthquake 5.8 Magnitude Strong Jolts Breaking News

Assam Earthquake: असम में रविवार शाम जोरदार भूकंप आया है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई है। जिससे लोगों ने भूकंप के तेज झटके महसूस किए। अचानक धरती हिलने से लोगों में दहशत मच गई और वह अपने घरों से भागकर बाहर निकल आए। बताया जा रहा है कि, काफी देर तक रुककर भूकंप के झटके लगते रहे। वहीं असम में आए भूकंप ने अन्य पूर्वोत्तर इलाकों में भी अपना असर दिखाया है। हालांकि, जान-माल के नुकसान को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

असम के उदलगुरी में भूकंप का केंद्र

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी देते हुए बताया, ''4 बजकर 41 मिनट के आसपास भूकंप के झटके लगे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 थी। वहीं जमीन के अंदर इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। जबकि भूकंप का केंद्र उदलगुरी में उत्तर-पूर्व की तरफ था। यही नहीं इस जोरदार भूकंप के बाद तीन और भूकंप आए। जिसमें एक भूकंप 4 बजकर 58 मिनट के आसपास आया। जिसकी तीव्रता 3.1 रही और केंद्र उदलगुरी ही रहा। जबकि एक अन्य भूकंप 5 बजकर 21 मिनट के पास आया। जिसकी तीव्रता 2.9 रही और केंद्र सोनितपुर रहा। इसके बाद 6 बजकर 11 मिनट के आसपास फिर भूकंप आया। जिसकी तीव्रता 2.7 रही।

भूकंप पर असम CM का बयान

5.8 तीव्रता वाले इस भूकंप को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बयान जारी किया है। शुरुवाती तौर पर सीएम ने जानकारी दी है कि ''अभी तक किसी बड़े नुकसान या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हम स्थिति पर सक्रियता से नजर रख रहे हैं।" बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज असम दौरे पर थे। वह बीते कल दो दिनों के दौरे पर असम पहुंचे थे। हालांकि पीएम सुरक्षित हैं और वह दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं।

किस तीव्रता के भूकंप में कितना नुकसान?

2 से 2.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर धरती में हल्का कंपन होता है। 3 से 3.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर धरती हिलने से हल्के झटके महसूस होते हैं। वहीं 4 से 4.9 की तीव्रता के भूकंप में तेज झटके महसूस किए जाते हैं। इस भूकंप में खिड़कियां टूट सकतीं हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं। वहीं 5 से 5.9 की तीव्रता वाले भूकंप में घर का सामान तेजी से हिलता हुए दिखता है। तेज झटके महसूस होते हैं।

वहीं 6 से 6.9 तक के भूकंप में इमारतें हिलती हैं, नींव में दरार आ जाती है। इसके अलावा 7 से 7.9 तक के भूकंप में इमारतें गिर जाती हैं, पानी के पाइप फट जाते हैं। 8 से 8.9 के भूकंप (Earthquake) में पल भर में इमारतें गिरती हैं और जमीन फटने लगती है, दीवारें फटती हैं। 9 या इससे ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप आने पर धरती लहर जाती है।

क्यों आता है भूकंप?

बताया जाता है कि, धरती की अंदरूनी संरचना में टैक्‍टोनिक प्लेट्स (सरल भाषा में चट्टानें) मौजूद हैं। ये प्लेट्स लगातार हलचल करती रहती हैं। इस बीच जब यह इधर से उधर खिसकती हैं, टकराती हैं या टूटती हैं तो फिर तेज एनर्जी निकलती है और इससे धरती में कंपन पैदा होता है और इसे ही भूकंप कहते हैं। यानि धरती ऊपर से जितनी शांत है उतनी इसकी अंदरूनी सतह में हलचल चल रही है।

भूकंप आने पर क्या करें?

भूकंप आने के दौरान अगर आप घर या फ्लैट में हैं तो कोशिश करें कि खुली जगह पर आ जाएं। खासकर फ्लैट में मौजूद लोग जल्द से जल्द बाहर जरूर निकलें। क्योंकि फ्लैट की इमारतें काफी ऊंची होती हैं। ऐसे में इनके गिरने का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं भूकंप के चलते यदि आप बाहर खुली जगह पर आते हैं तो यहां भी आप यह सुनिक्षित करें कि आप किसी बिल्डिंग, पेड़ और बिजली के तारों या खम्भों के नजदीक तो नहीं है। इनसे दूरी बनाकर रखें। आप बिलकुल खाली जमीन को तलाश कर वहां पहुंच जाएं।