'अब अमेरिका को तो पक्का मारेंगे'; UNSC की आपात बैठक में ईरान का बड़ा ऐलान, रूस बोला- अमेरिकी हमला खतरनाक और उकसावे वाला

Iran vs America Tension UNSC Emergency Meeting Israel War Update
Iran vs America Tension: इजरायल और ईरान के युद्ध में अब अमेरिका भी कूद पड़ा है। जिससे ये युद्ध और गहराने की आशंका है। दुनिया में अब जटिल स्थिति पैदा हो सकती है। दरअसल, अमेरिका ने शनिवार देर रात ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर जोरदार हमला किया, जिसकी वजह से तनाव और भी बढ़ गया। अमेरिका ने ईरानी परमाणु ठिकानों पर दर्जनभर बंकर बस्टर बम गिराए और तबाही मचा दी। वहीं अमेरिका के इस हमले के बाद अब ईरान बुरी तरह से भड़क गया है।
ईरान ने जहां अमेरिकी हमले के तुरंत बाद इजरायल के कई शहरों पर विध्वंशक हमला किया तो वहीं अब ईरान ने ऐलान किया है कि अमेरिका को भी छोड़ा नहीं जाएगा। दरअसल, ईरान के अनुरोध पर, पाकिस्तान, चीन और रूस के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आपातकालीन बैठक आज हुई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इस बैठक में ईरान ने यह संकेत दे दिया कि ईरान बिना जवाबी हमले के चुप नहीं बैठेगा।
अब अमेरिका को तो पक्का मारेंगे
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में ईरान ने इजरायल के साथ युद्ध के बीच अमेरिकी हमले का मुद्दा उठाया। अमेरिकी हमले को लेकर ईरान के राजदूत आमिर इरावानी ने बड़ा बयान दिया और कहा कि अब अमेरिका को तो पक्का मारेंगे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में इसके कारण भी गिनवाए। इरावानी के मुताबिक अमेरिका ने हमला कर ईरान की संप्रभुता का सीधा उल्लंघन किया है।
रूस बोला- अमेरिकी हमला खतरनाक और उकसावे वाला
वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में पाकिस्तान, चीन और रूस ने ईरान पर अमेरिकी हमले की निंदा की और यह हमला स्थिति को और बिगाड़ने वाला बताया। UN में रूस के प्रतिनिधि वासिली नेबेंजिया ने कहा कि अमेरिका की ईरान पर की गई कार्रवाई गैर-जिम्मेदाराना, खतरनाक और उकसावे वाली है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ऐसा कदम उठाकर स्थिति और बिगाड़ दी है। अब कौन-कौन सी नई तबाहियां और दुख सामने आएंगे, यह कोई नहीं जानता।
वहीं UN में रूस के दूत वासिली नेबेंजिया ने अमेरिकी हमले की तुलना 2003 के इराक युद्ध से भी की। उन्होंने कहा, एक बार फिर हमें अमेरिका की काल्पनिक कहानियों पर विश्वास करने के लिए कहा जा रहा है, जिससे पश्चिम एशिया में लाखों लोगों को पीड़ा झेलनी पड़ेगी। इससे साबित होता है कि इतिहास से अमेरिका ने कुछ नहीं सीखा। अमेरिका की नीतियों में कूटनीति की कोई रुचि नहीं है।
ट्रंप ने कहा- ईरान की सत्ता क्यों न बदलें?
एक तरफ जहां ईरान पर अमेरिका के हमले को लेकर रूस और चीन जैसे देश विरोध जता रहे हैं तो वहीं इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब ईरान में सत्ता परिवर्तन को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने खामेनेई को सत्ता से बाहर करने का संकेत दे दिया है। ट्रंप ने ईरान में सत्ता परिवर्तन को लेकर कहा, "सत्ता परिवर्तन शब्द का इस्तेमाल करना राजनीतिक रूप से सही नहीं है, लेकिन अगर मौजूदा ईरानी शासन ईरान को फिर से महान बनाने में असमर्थ है, तो शासन परिवर्तन क्यों नहीं होगा?
वहीं ट्रंप ने ईरान पर हमले को लेकर कहा कि "हमारे पायलटों ने बेहतरीन कौशल का प्रदर्शन किया। सभी B-2 बॉम्बर्स अब सुरक्षित मिसौरी के व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस पर लौट आए हैं। यह हमारी सैन्य शक्ति और तैयारी का शानदार उदाहरण है। अच्छी तरह से किए गए काम के लिए धन्यवाद। ट्रंप ने कहा कि, ईरान में सभी परमाणु स्थलों को भारी क्षति पहुंची है, जैसा कि सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है।
ट्रंप का ऐलान- जवाबी कार्रवाई हुई तो भयानक होगा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही ये ऐलान कर दिया है कि अगर अमेरिका के खिलाफ ईरान की कोई जवाबी कार्रवाई हुई तो आज रात जो हुआ उस से कहीं ज़्यादा ताक़त से ईरान को जवाब मिलेगा। इसके बाद या तो शांति होगी, या ईरान के लिए भयानक त्रासदी। ट्रंप ने यह भी कहा आज रात सबसे मुश्किल और संभवतः सबसे घातक लक्ष्य पर हमला किया गया है, लेकिन अभी भी कई अन्य निशाने बाकी हैं। अब ईरान को शांति से रहना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो हमले और तेज होंगे।
इजरायल ने अमेरिका का धन्यवाद किया
ईरान पर हमले को लेकर इजरायल बहुत पहले से अमेरिका की राह देख रहा था। अमेरिका ने भी इजरायल का साथ देने का ऐलान कर दिया था। वहीं अब जब ईरान पर अमेरिका ने हमला बोल दिया है तो इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र को संबोधित कर अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद कहा है। नेतन्याहू ने कहा कि, 'शक्ति से ही शांति आएगी', ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका का शानदार हमला इतिहास बदल देगा।