अमेरिका ने ईरान पर बंकर बस्टर बम गिराए; 3 परमाणु ठिकाने किए तबाह, ट्रंप का ऐलान- अगर जवाबी कार्रवाई हुई तो फिर भयानक होगा

America attack on Iran And Dropped Bombs on 3 Nuclear Sites Including Fordow
America attack on Iran: जिसका अंदेशा था वही हुआ। ईरान और इजरायल युद्ध में अमेरिका की एंट्री हो गई है। अमेरिका इजरायल के साथ युद्ध में आकर खड़ा हो गया है। इसकी शुरुवात बीती रात हुई। जब अमेरिका ने ईरान पर हमला बोल दिया। अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर भीषण हवाई हमला किया है। ईरान के फोर्डो, नतांज और एस्फाहान परमाणु ठिकानों को अमेरिका ने तबाह कर दिया है। ईरान पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस संबंध में जानकारी दी।
ट्रंप ने कहा कि, ''अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों 'फोर्डो, नतांज़ और एसफाहान' पर सैन्य हमला सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। ईरान के प्रमुख फोर्डो परमाणु ठिकाने को प्राथमिक लक्ष्य बनाते हुए बमों का पूरा पेलोड गिराया गया। ट्रंप ने बताया कि, ईरान पर हमले में शामिल सभी अमेरिकी विमान अब ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल गए और सुरक्षित रूप से अपने बेस की ओर लौट आए हैं। हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई। दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है।''
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा, "मध्य पूर्व के धमकाने वाले ईरान को अब शांति स्थापित करनी चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो भविष्य में हमले कहीं ज़्यादा बड़े होंगे. 40 सालों से ईरान कहता आ रहा है कि इज़रायल को मौत दो, अमेरिका को मौत दो। वे हमारे लोगों को मार रहे हैं, उनके हाथ उड़ा रहे हैं, सड़क किनारे बमों से उनके पैर उड़ा रहे हैं। उनके जनरल कासिम सुलेमानी ने बहुत से लोगों को मार डाला। मैंने बहुत पहले ही तय कर लिया था कि मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। यह जारी नहीं रहेगा।"
ये वीडियो हमले का बताया जा रहा
ट्रंप का ऐलान- जवाबी कार्रवाई हुई तो भयानक होगा
ईरान पर हमले के बाद अमेरिका को लग रहा है कि ईरान जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इसलिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही ये ऐलान कर दिया है कि अगर अमेरिका के खिलाफ ईरान की कोई जवाबी कार्रवाई हुई तो आज रात जो हुआ उस से कहीं ज़्यादा ताक़त से ईरान को जवाब मिलेगा। इसके बाद या तो शांति होगी, या ईरान के लिए भयानक त्रासदी। ट्रंप ने यह भी कहा आज रात सबसे मुश्किल और संभवतः सबसे घातक लक्ष्य पर हमला किया गया है, लेकिन अभी भी कई अन्य निशाने बाकी हैं। अब ईरान को शांति से रहना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो हमले और तेज होंगे।
अमेरिका ने ईरान पर बंकर बस्टर बम गिराए
बताया जा रहा है कि, अमेरिका ने ईरान पर हमले में बंकर बस्टर बम गिराए हैं। हमले के लिए लगभग 12 GBU-57 बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया। बताया जाता है कि, ईरान के प्रमुख फोर्डो परमाणु ठिकाने को तबाह करने में सिर्फ अमेरिका के GBU- 57 बंकर-बस्टर बम और यूएस एयरफोर्स के B-2 Stealth Bomber विमान ही सक्षम हैं। इसलिए इन्हीं से अमेरिका ने ईरान पर हमला किया। इस दौरान स्टील्थ बॉम्बर्स विमान को F-35 विमानों ने हवा में Escort भी किया।
वहीं बताया जाता है कि, ईरान पर हमले में अमेरिकी नेवी का भी इस्तेमाल हुआ। अमेरिकी पनडुब्बियों से ईरान के नतांज और इस्फहान पर टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलें भी दागीं गईं। वहीं B-2 विमान ने नतांज पर 2 GBU-57 बम भी गिराए। बताया जाता है कि, फोर्डो परमाणु प्लांट ईरान की एक पहाड़ी में 295 फीट, यानी लगभग 90 मीटर गहराई में मौजूद है। इसकी बनावट और रणनीतिक लोकेशन ऐसी है कि कोई भी देश इसे हवाई हमले से आसानी से तबाह नही कर सकता था।
ईरान ने कहा- अमेरिका ने हमला करके गलती कर दी
अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ईरान भड़क गया है। ईरान ने कहा है कि, अमेरिका ने हमला करके गलती कर दी। अब ईरान भी अमेरिकी ठिकानों को निशान बनाएगा। वहीं ईरान की सरकारी मीडिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के नाम पर एक संदेश जारी किया। जिसमें अमेरिका के सैन्य ठिकानों को निशाने पर दिखाया गया है। माना जा रहा है कि, ईरान भी जवाबी हमला कर सकता है। अंदेशा है कि अब मध्य पूर्व में युद्ध और गहराएगा। इसके साथ ही डर यह है कि कहीं दुनिया एक नए युद्ध की तरफ न बढ़ जाए।
इजरायल ने अमेरिका का धन्यवाद किया
ईरान पर हमले को लेकर इजरायल बहुत पहले से अमेरिका की राह देख रहा था। अमेरिका ने भी इजरायल का साथ देने का ऐलान कर दिया था। वहीं अब जब ईरान पर अमेरिका ने हमला बोल दिया है तो इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र को संबोधित कर अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद कहा है। नेतन्याहू ने कहा कि, 'शक्ति से ही शांति आएगी', ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका का शानदार हमला इतिहास बदल देगा।