CP Radhakrishnan Oath: CP राधाकृष्णन बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद की शपथ दिलाई

CP राधाकृष्णन बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद की शपथ दिलाई, पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ भी नजर आए

India New Vice President CP Radhakrishnan Oath Breaking News

India New Vice President CP Radhakrishnan Oath Breaking News

CP Radhakrishnan Oath: नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने आज पद की शपथ ले ली। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह रखा गया था। जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। वहीं उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद सीपी राधाकृष्णन ने राजघाट पर जाकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि भी अर्पित की। CP राधाकृष्णन भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बने हैं। उनसे पहले इस्तीफा से चुके जगदीप धनखड़ देश के 14वें उपराष्ट्रपति थे।

पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ आए नजर

सीपी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और राज्यों के राज्यपाल व मुख्यमंत्री मौजूद रहे। वहीं चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई समेत अन्य गणमान्य हस्तियों की भी मौजूदगी रही। इस बीच पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी नजर आए। उपराष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद उन्हें पहली बार देखा गया। पद छोड़ने के बाद से वह किसी को नहीं दिखे थे। हालांकि पहले यह माना जा रहा था कि धनखड़ इस समारोह में भी शामिल नहीं होंगे।

9 सितंबर को राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव जीता

CP राधाकृष्णन ने NDA उम्मीदवार के रूप में 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति चुनाव जीता था। उन्हें 452 वोट मिले और इसी के साथ वह देश के नए उपराष्ट्रपति चुने गए। सीपी राधाकृष्णन का मुक़ाबला INDIA गठबंधन के सुदर्शन रेड्डी से था। रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए। दरअसल उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 781 सांसदों में से 767 सांसदों के वोट पड़े। वहीं गिनती के दौरान 767 वोटों में से 752 वोट वैलिड पाये गए। माना जा रहा है कि विपक्ष के 315 वोटों में 15 वोटों की क्रॉस वोटिंग की गई। इसे लेकर विपक्ष में हलचल भी देखा जा रही है।

सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर

भारत के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन का राजनीति में लंबा अनुभव रहा है। वह तमिलनाडु की धरती से आते हैं और आरएसएस बैक ग्राउंड से हैं। वह संघ के काफी करीबी हैं और बेदाग नेता के तौर पर जाने जाते हैं। सीपी राधाकृष्णन कोयंबटूर से लोकसभा सांसद रहे हैं। साथ ही वह झारखंड समेत विभिन्न राज्यों के राज्यपाल रहे। इस समय वह महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। इसके अलावा सीपी राधाकृष्णन को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के करीबी के तौर पर भी जाना जाता है। दोनों ने पूर्व साथ काम किया है।

उपराष्ट्रपति का पद दूसरा अहम संवैधानिक पद

देश में सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति का होता है और इसके बाद फिर उपराष्ट्रपति का पद ही दूसरा अहम संवैधानिक पद माना जाता है। यानि देश का दूसरा सबसे बड़ा पद। राष्ट्रपति की मृत्यु, इस्तीफे या हटाने की स्थिति में उपराष्ट्रपति उस तारीख तक राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य कर सकता है, जब तक कि नए राष्ट्रपति की नियुक्ति नहीं हो जाती है। इसके अलावा जो भी देश का उपराष्ट्रपति बनता है, वह ही संसद के उच्च सदन राज्यसभा का सभापति भी होता है।

21 जुलाई को जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा

ज्ञात रहे कि, 21 जुलाई की रात जगदीप धनखड़ ने भारत के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। धनखड़ के इस्तीफे के बाद से ही भारत के उपराष्ट्रपति की कुर्सी खाली है। जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में NDA उम्मीदवार के रूप मे उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ा था। 11 अगस्त को धनखड़ ने भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इस तरह वह 11 अगस्त 2022 से 21 जुलाई 2025 तक उपराष्ट्रपति रहे। हालांकि, बतौर उपराष्ट्रपति धनखड़ का कार्यकाल 2027 में पूरा होना था। लेकिन इससे पहले ही उन्होंने पद छोड़ दिया।