हिमाचल में 78 लोगों की मौत, 700 करोड़ का नुकसान; बारिश-बादल फटने और लैंडस्लाइड से भारी तबाही, कुदरत के कहर से मचा हाहाकार

Himachal 78 People Died Many Lost In Massive Disaster News Latest
Massive Disaster in Himachal: मानसून आने के बाद हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही देखने को मिल रही है। प्रदेश के कई हिस्सों में कुदरत का भीषण कहर बरप रहा है। भारी बारिश-बादल फटने और लैंडस्लाइड के चलते हालात इतने खराब हो रखे हैं कि हाहाकार मच गया है। मूसलाधार बारिश और नाले-नदियों में उफान और बाढ़ के चलते लोगों के घर उजड़ गए हैं। साथ ही सड़क, पानी और बिजली जैसी सार्वजनिक सुविधाओं को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। जगह-जगह सार्वजनिक सुविधाएं बाधित हो गईं हैं।
हिमाचल में 78 लोगों की मौत
अभी तो मानसून की शुरुवात ही है और शुरुवाती दौर में ही हिमाचल में इस कदर प्रलय मच गई है। यह स्थिति बेहद डरावनी और गंभीर है। हालात ये हैं कि हिमाचल में मच रही तबाही में जहां किसी के घर उजड़ जा रहे हैं तो वहीं किसी के अपने भी बिछड़ जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिमाचल में अब तक कुदरती तबाही में 78 लोगों की मौत हो चुकी है और मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता चला जा रहा है। जबकि अभी कई लोग लापता है और फंसे हुए हैं। वहीं कई ऐसे लोग हैं जिन्हें तबाही के बीच से रेसक्यू किया गया है उनका घायल अवस्था में इलाज चल रहा है।
सबसे ज्यादा मंडी में तबाही
हिमाचल में सबसे ज्यादा तबाही मंडी जिले में देखी जा रही है, मंडी के साथ-साथ चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, धर्मशाला भी काफी प्रभावित हैं। हिमाचल में मौसम के कहर के चलते सबसे ज्यादा लोगों की मौत मंडी में हुई है, जहां बादल फटने, अचानक बाढ़ आने और लैंडस्लाइड की अलग-अलग घटनाओं में लोग मारे गए और कई लोग लापता भी हो गए। फिलहाल हिमाचल में इस तबाही को लेकर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पूरी तरह से सक्रिय है। मंडी समेत अलग-अलग प्रभावित जिलों में राहत-बचाव टीमें लगातार कार्य में लगी हुईं हैं। लापता लोगों को भी तलाश किया जा रहा है। केंद्र से भी हिमाचल को राहत-बचाव कार्य में मदद दी जा रही है।
हिमाचल में 700 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने 20 जून को दस्तक दी थी। इसके बाद से भारी बारिश, बादल फटने, बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस तबाही को लेकर केंद्र सरकार से बातचीत की है। वही उन्होंने जानकारी दी कि, हिमाचल को अब तक तकरीबन 700 करोड़ रुपये तक का नुकसान हो चुका है। सड़क, पानी और बिजली जैसी सार्वजनिक सुविधाएं और कई सरकारी परियोजनाएं बड़े पैमाने पर प्रभावित हैं। बिजली उपकरणों को लेकर बहुत अधिक नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि, यह बेहद चिंताजनक है कि मानसून की शुरुआत में ही हिमाचल प्रदेश में ऐसा कहर ढहा है सभी जगहों से बहुत अधिक नुकसान की खबर आ रही है। सीएम ने बताया कि, गृह मंत्री अमित शाह ने हमें पूरी सहायता उपलब्ध करवाने की बात कही है। हिमाचल में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम आ रही है। सीएम ने जानकारी दी कि अब तक मंडी समेत 14 जगह बादल फटने की घटना सामने आई है। हम अध्ययन कर रहे हैं कि बादल फटने की घटनाएं इतनी ज्यादा क्यों हो रही हैं।
पीड़ित परिवारों को हर महीने 5000 रुपया किराया
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि, जिन लोगों के घर आपदा से क्षतिग्रस्त हुए हैं, प्रदेश सरकार उन्हें 5 हजार रुपए प्रति माह मकान के किराए के तौर पर देगी। आपदा प्रभावितों के खाने-पीने और रहने का इंतजाम स्थानीय प्रशासन करेगा।सभी आपदा प्रभावित परिवारों के साथ हिमाचल प्रदेश सरकार खड़ी है। हिमाचल सरकार लगातार स्थिति का जायजा ले रही है। सीएम ने लोगों से अपील की है वह नाले-नदियों और पहाड़ों के आसपास से दूरी बनाकर रखें और कोई भी खतरा मोल न लें। बेहद सावधान रहें और किसी परेशानी में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।