समृद्ध संस्कृति व विकसित भारत के विचार को समर्पित मन की बात: डॉ अरविंद शर्मा

Mann ki Baat

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गोहाना, 29 जून। Mann ki Baat: सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मन की बात कार्यक्रम एक मुहिम है, जो देश की समृद्ध संस्कृति, विरासत को बढ़ावा देती है और उनके विकसित भारत अभियान को गति देने में अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि की बात कार्यक्रम हर भारतीय के जीवन मे बदलाव व हर नवाचार माध्यम को जन-जन तक पहुंचाने का श्रेष्ठ माध्यम बन गया है। 

रविवार को सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने अपने कैम्प कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 123वां संस्करण सुना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में हमेशा भारत की संस्कृति और इतिहास को समृद्ध बनाने और 'विकसित भारत' के संकल्प को पूरा करने का जिक्र करते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में कभी भी राजनीति पर बात नहीं की, वे हमेशा राष्ट्र और समाज हित की बात करते हैं। इस बार के एपिसोड की शुरुआत प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के सफल आयोजन की चर्चा से की। कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बदौलत योग अब सिर्फ भारत की सीमाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक जन आंदोलन बन चुका है। इस वर्ष के योग दिवस पर देशभर में दिव्यांगजनों से लेकर सुरक्षाबलों तक, सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। तेलंगाना में दिव्यांगजनों के योग अभ्यास और कश्मीर में तैनात सैनिकों के योग सत्र से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भारत की एकता और सामूहिक ऊर्जा का प्रतीक बना है। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्राओं में स्वैच्छिक संगठनों के सेवाभाव की भी सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से कैलाश पर्वत यात्रा का ज़िक्र किया और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए काम कर रहे सेवकों और संगठनों को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने आगामी अमरनाथ यात्रा, जो 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है, का उल्लेख करते हुए सुरक्षा, सुविधा और श्रद्धा के संगम को राष्ट्र के लिए प्रेरणादायक बताया। सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि भारत ने सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए देश को 'ट्रैकोमा मुक्त' घोषित किया है। यह उपलब्धि न केवल चिकित्सा क्षेत्र के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह सरकार की जनस्वास्थ्य योजनाओं की सफलता का प्रमाण भी है।