राहुल गांधी पर बरसे हरियाणा के सीएम सैनी, वोट चोरी के मामले पर राहुल को लपेटा
- By Gaurav --
- Sunday, 21 Sep, 2025

Haryana CM Saini lashed out at Rahul Gandhi
Haryana CM Saini lashed out at Rahul Gandhi: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस के वोट चोरी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी लोकतांत्रिक संस्थाओं के बारे में झूठ व भ्रम फैलाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। उनके चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोप झूठे और भ्रामक हैं।
वे बार-बार बिना तैयारी के जनता के सामने आते हैं और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली बातें करते हैं। बार-बार झूठे आरोप लगाना और फिर भाग जाना राहुल गांधी और कांग्रेस की आदत बन गई है। आज कांग्रेस खोखली हो चुकी है, कांग्रेस पर जनता को विश्वास नहीं रहा। मुख्यमंत्री शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
सीएम सैनी ने कहा कि घुसपैठियों और शहरी नक्सलियों को बचाने के लिए ही राहुल गांधी और कांग्रेस झूठे और निराधार आरोप लगा रही है। कांग्रेस का एकमात्र उद्देश्य लोकतंत्र में विश्वास को तोड़ना, अशांति पैदा करना और भारत को अस्थिर करना है। भाजपा सरकार लोकतंत्र की रक्षा करती है और कांग्रेस घुसपैठियों की।
सीएम ने तथ्य रखते हुए कहा कि राहुल गांधी ने 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों के मतदाता सूची मामले को मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से जोड़ दिया, जबकि वे फरवरी 2025 में नियुक्त हुए थे। आखिर राहुल गांधी 2023 की घटना का दोष वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त पर क्यों मढ़ रहे हैं। जहां तक कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र की बात है, जिसका हवाला वे दे रहे हैं, वहां से 2023 में कांग्रेस जीती थी। वे सच को तोड़-मरोड़ कर पेश कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। इस मामले में पहले ही एफ.आई.आर. दर्ज हो चुकी है। चुनाव आयोग ने उपयोग किए गए मोबाइल नंबर और आई. पी. पते भी उपलब्ध कराए थे। इसकी जांच कर्नाटक में कांग्रेस की ही सरकार की सी.आई.डी. कर रही है। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या राहुल गांधी को अपनी ही पार्टी की सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में राहुल गांधी ने कहा है कि लोकतंत्र बचाना उनका काम नहीं है, बल्कि उनका, कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन का काम भाजपा का विरोध करना है। यह एक ही लाइन उनकी असली मंशा को उजागर करने के लिए काफी है। राहुल गांधी के सभी झूठे दावों को भारतीय चुनाव आयोग ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुछ ही मिनटों में खारिज किए हैं। चुनाव आयोग का स्पष्ट जवाब है कि राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप गलत और निराधार हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अलंद विधानसभा सीट के रिकॉर्ड बताते हैं कि 2023 में कांग्रेस के बी.आर. पाटिल ने 10,348 वोटों के बड़े अंतर से इसे जीता था। यह बताता है कि मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश के आरोप निराधार हैं, जो सीट कांग्रेस ने 2018 तक कभी नहीं जीती थी, अचानक कांग्रेस के पास चली गई। क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेस ने वोट चोरी की थी।
उन्होंने कहा कि चुनाव ऑनलाइन जीते या हारे नहीं जा सकते। ऑनलाइन केवल झूठ फैलाया जा सकता है, झूठी बातें गढ़ी जा सकती हैं और दुष्प्रचार किया जा सकता है, जिसमें राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन माहिर हैं।
सीएम सैनी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कई नाम दिखाए और दावा किया कि इनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए। इससे साफ जाहिर है कि वे एक धर्म विशेष के नाम पर जहरीली, खतरनाक और भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं। इसका मकसद समाज को तोड़ना है। देश देख रहा है कि किस प्रकार कांग्रेस जाति और धर्म के नाम पर समाज में दरार डालने का काम कर रही है।
सीएम ने कहा कि सच तो यह है कि जिस एजेंसी ‘सेंटर फॉर दा स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइयटीज’ की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस वोट चोरी के आरोप लगा रही है, उस एजेंसी ने गत 17 अगस्त को अपनी रिपोर्ट ही वापिस ले ली थी।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया बड़ी पारदर्शी है। मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए आवेदन फॉर्म 7 भरना होता है। इसे निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी के पास अथवा राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन जमा करना होता है। किसी मतदाता का नाम हटाने की एक पूरी प्रक्रिया है और यह कार्य बूथ लेवल अधिकारी और ई.आर.ओ. की निगरानी में होता है। नाम हटाने से पहले पूछताछ भी की जाती है।
मुख्यमंत्री ने मालूर विधानसभा क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कांग्रेस विधायक के.वाई. नंजेगौड़ा के चुनाव को 16 सितंबर, 2025 को रद्द किया है और 2023 के विधानसभा चुनावों में डाले गए मतों की पुनः गणना का आदेश दिया है। लगभग दो साल की सुनवाई के बाद, अदालत ने पुन: मतगणना का फैसला सुनाया और नंजेगौड़ा के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया। यह स्पष्ट है कि कांग्रेस ने मतगणना में धांधली की थी।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने खुले तौर पर चुनाव आयोग पर ‘भारत को नष्ट करने वालों को संरक्षण’ देने का आरोप लगाया। जब उनके पास कोई सबूत नहीं होता तो वे संवैधानिक संस्थाओं पर हमला करते हैं। संस्थाओं को कमजोर करना कांग्रेस के डीएनए में है। उन्होंने जिन नामों और निर्वाचन क्षेत्रों को उजागर किया है ये सभी कांग्रेस की घुसपैठिया और राजनीति के अनुरूप चुने गए हैं। राहुल गांधी भारतीय मतदाताओं के लिए नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि वे घुसपैठियों के वोट बैंक के लिए लड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का लोकतंत्र पूरी तरह सुरक्षित है। कुछ असफल लोग अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए अराजकता फैलाकर इसे खतरे में डालने की कोशिश कर रहे हैं। शायद, उनके पास अपना राजनीतिक वजूद बनाए रखने का यही एकमात्र रास्ता बचा है।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस जनहित भूल चुकी है। हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के भीतर कैसा लोकतंत्र है, यह सब लोग देख रहे हैं। विधानसभा चुनावों को लगभग 1 साल होने को है, इसके बावजूद भी ये नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाए हैं। कांग्रेस के लोग तो केवल भ्रामक प्रचार करने में लगे हुए हैं। इन्हें अपने द्वारा चुनावों में की गई धांधलियां याद क्यों नहीं आ रहीं। उन्होंने वर्ष 2009 के विधानसभा चुनावों में सुखबीर कटारिया बोगस वोटिंग मामला, लोकसभा चुनाव 2014 में नूंह, फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना में फर्जी मतदान और बूथ कैप्चरिंग मामले, वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में कैथल के निवासी न होने पर भी उनके वोट बनाने संबंधी दाखिल याचिका जैसे विभिन्न मामलों का उल्लेख करके कांग्रेस पर निशाना साधा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा रोती रहती है कि लोकतंत्र खतरे में हैं, चुनाव आयोग बिक गया है और वोटर लिस्ट से नाम गायब हैं। जबकि सच्चाई यह है कि फर्जी वोटर बाहर हैं और असली वोटर सुरक्षित हैं और लोकतंत्र नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी खतरे में है।
इस अवसर पर सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक के मकरंद पांडुरंग, मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती और मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय उपस्थित रहे।