Former Mayor Pradeep Chhabra lashed out at Lions Company, said- Corporation should cancel its cleaning contract and blacklist it

लायंस कंपनी पर बरसे पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा, कहा- निगम इसका सफाई ठेका रद्द कर इसे ब्लैक लिस्ट करे

Former Mayor Pradeep Chhabra lashed out at Lions Company, said- Corporation should cancel its cleaning contract and blacklist it

Former Mayor Pradeep Chhabra lashed out at Lions Company, said- Corporation should cancel its cleani

सफाई कर्मचारी राजेश टांक की खुदकुशी के मामले में कंपनी पर आपराधिक मामला दर्ज कराने की भी मांग की

चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। मलोया (Maloya Chandigarh) निवासी सफाई कर्मचारी राजेश टांक की खुदकुशी के बाद लायंस कंपनी मुश्किलों में घिरती जा रही है। चंडीगढ़ में सफाई का काम कर रही लायंस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए नगर निगम पर दबाव बढ़ता जा रहा है। अब आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी एवं चंडीगढ़ के पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा ने नगर निगम से लायंस कंपनी का ठेका (Contract) रद्द करने, इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने तथा  सफाई कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में लायंस कंपनी (Lions Company) के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज (Criminal Case filed) कराए जाने की मांग की है।

पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा (Ex Mayor Pradeep Chabra) ने आज एक बयान जारी कर कहा कि लायंस कंपनी को जब से शहर में सफाई के काम का ठेका दिया गया है, तभी से यह कंपनी विवादों में घिरी हुई है। इसकी कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। छाबड़ा ने कहा कि इस कंपनी को चंडीगढ़ (Chandigarh) में सफाई का ठेका दिए जाने के बाद स्वच्छता रैंकिंग में भी चंडीगढ़ का दर्जा लगातार गिर रहा है। साफ-सफाई को लेकर जो चंडीगढ़ कभी सिटी ब्यूटीफुल (City Beautiful) के नाम से जाना जाता था, वह आज सफाई के मामले में देश के पुराने शहरों से भी पिछड़ता जा रहा है। शहर की सफाई में लायंस कंपनी का प्रदर्शन इतना घटिया है कि नगर निगम सदन की बैठकों में भी कई बार इस कंपनी के खिलाफ आवाज उठाई जाती रही है लेकिन नगर निगम प्रशासन (Chandigarh Administration) के अधिकारियों से लायंस कंपनी को लगातार समर्थन मिलने के कारण इस कंपनी का रवैया मनमाना व अडय़िल हो चला है।

प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि लायंस कंपनी न तो शहर की सफाई में अपनी भूमिका पर खरी उतर पा रही है और न ही सफाई कर्मचारियों के हित सुरक्षित कर रही है। लायंस कंपनी के अधीन काम कर रहे सफाई कर्मचारियों को अपनी मांगों, उनके साथ हो रही वायदा खिलाफी तथा अपने हितों की रक्षा के लिए कंपनी प्रबंधन के खिलाफ लगातार आंदोलन (Protest against Lions company) कर रहे हैं। पिछले दिनों इन कर्मचारियों को लायंस कंपनी के सफाई अधिकार वाले क्षेत्रों में हड़ताल तक करनी पड़ी थी।

अब राजेश टांक नामक सफाई कर्मचारी की खुदकुशी को लेकर पूरे वाल्मीकि समाज में भारी रोष है। पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि वेतन न मिलने के कारण आर्थिक संकट से जुझते हुए राजेश टांक को आत्महत्या (Suicide) जैसा कदम उठाना पड़ा। कई अन्य सफाई कर्मचारी भी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। इस स्थिति के लिए लायंस कंपनी पूरी तरह जिम्मेदार हैं। छाबड़ा ने मृतक सफाई कर्मचारी राजेश टांक के पीड़ित परिवार के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि नगर निगम को लायंस कंपनी का सफाई ठेका तुरंत रद्द करना चाहिए, इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करना चाहिए तथा इसके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज कराना चाहिए। प्रदीप छाबड़ा ने नगर निगम (Municipal corporation) से मृतक सफाई कर्मचारी राजेश टांक के परिवार को उचित आर्थिक सहायता दिए जाने की भी मांग की है।