Eye flu: Preparation of Chandigarh PGI to prevent the spread of infection

आई फ्लू: संक्रमण फैलने से रोकने के लिए चंडीगढ़ पीजीआई की तैयारी, देखें क्या किए इंतजाम

Preparation of Chandigarh PGI to prevent the spread of infection

Eye flu: Preparation of Chandigarh PGI to prevent the spread of infection

Eye flu: Preparation of Chandigarh PGI to prevent the spread of infection- चंडीगढ़ में आई फ्लू के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए चंडीगढ़ पीजीआई ने अब कमर कस ली है। पीजीआई ने इस बीमारी से निपटने के लिए अहम कदम उठाते हुए एक रेड आई कॉर्नर खोला है। इसमें सिर्फ आई फ्लू के मरीजों को ही देखा जा रहा है। 

बता दें कि पीजीआई में रोजाना आई फ्लू के करीब 80 मरीज पहुंच रहे हैं। पीजीआई के शोध के मुताबिक आई फ्लू एक संक्रमण है जो एक से दूसरे में फैल रहा है। यही कारण है कि इनके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 

संक्रमण से निपटने के लिए पीजीआई से यह रेड कॉर्नर पीजीआई में घुसते ही ग्राउंड फ्लोर बनाया है। जिससे कि आने वाले दूसरे मरीजों को आई फ्लू के मरीजों से दूर रखा जा सके। क्योंकि आंख की बीमारी से ग्रसित किसी दूसरे मरीज को अगर आई फ्लू संक्रमण होता है तो वह और ज्यादा घातक हो सकता है।

विभाग के प्रोफेसर एसएस पांडव ने बातचीत में बताया कि पीजीआई में हर रोज आंखों के संक्रमण के करीब 80 मरीज आ रहे हैं। ऐसे में दूसरे मरीजों को बचाने के लिए रेड कॉर्नर खोला गया है ताकि संक्रमित मरीज बाहर से ही दिखा कर वापस चले जाएं।

10 से 15 दिन रहता है संक्रमण

पीजीआई के वायरोलॉजी विभाग ने पहचान की है कि यह संक्रमण पहले से थोड़ा अलग है। जोकि पहले वाले एडिनोवायरस की तुलना में थोड़ा ज्यादा घातक है। इसमें संक्रमण 10 से 15 दिन तक रहता है। आंखों में जो संक्रमण है, वह एंटरोवायरस की वजह से है।

स्कूली बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत

विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूल जा रहे बच्चों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। अगर किसी बच्चे को हल्की भी संक्रमण की संभावना है तो उसे दूसरे बच्चों से दूर कर देना चाहिए। माता-पिता को भी ऐसे बच्चे को स्कूल नहीं भेजना चाहिए। क्योंकि उसकी वजह से स्कूल में ज्यादा संख्या में यह वायरस फैल सकता है।