Every Indian is proud of the successful landing of Chandrayaan-3 on the Moon; CM Khattar

चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग से हर भारतीय गौरवान्वित- मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 

Every Indian is proud of the successful landing of Chandrayaan-3 on the Moon; CM Khattar

Every Indian is proud of the successful landing of Chandrayaan-3 on the Moon; CM Khattar

चंडीगढ़, 25 अगस्त - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सफल लैंडिंग होने से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर इतिहास रचा है। इस ऐतिहासिक मिशन में हरियाणा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।  
 

मुख्यमंत्री आज हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग होने पर सदन में विशेष प्रस्ताव पेश करते हुए बोल रहे थे। प्रस्ताव का विपक्ष ने भी समर्थन किया और मिशन की सफलता के लिए बधाई दी।
 
श्री मनोहर लाल ने कहा कि इस ऐतिहासिक मिशन के सफल होने से देश में हर्ष और उल्लास का वातावरण है। हमारे वैज्ञानिकों के कौशल, साहस और बुद्धिमता के बल पर ही हम इस उपलब्धि को प्राप्त करने में सफल हुए हैं। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि भारत का ज्ञान-विज्ञान फिर से दुनिया पर अपना परचम फहरा रहा है। आज प्राचीन काल के हमारे वैज्ञानिकों बौधायन, भास्कराचार्य, वराह मिहिर, आर्यभट्ट, कणाद, चरक आदि की आत्माएं प्रफुल्लित हो रही होंगी।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन चंद्रयान-3 की सफलता में हरियाणा का भी योगदान रहा है। इस मिशन में रोहतक में बने हुए नट-बोल्ट और रेवाड़ी में बनी स्पेशल केबल का प्रयोग किया गया है। इस मिशन के वैज्ञानिक दल में शामिल अंबाला की आरुशि सेठ, भिवानी के देवेश ओला और हिसार के यज्ञ मलिक ने सराहनीय योगदान किया है।
 
उन्होंने कहा कि देश को इस तरह की ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए गौरवान्वित होने का अवसर देने के लिए हम विजनरी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक अभिनंदन करते हैं। उन्होंने हर पल वैज्ञानिकों का मनोबल बढाया है और उन्हें प्रोत्साहित व प्रेरित किया है। उनके कुशल नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी अलग ही पहचान बना रहा है। यह आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।