Congress rebels are not making any profitable deal with BJP

कांग्रेस के बागियों की भाजपा से नहीं बन रही फायदे की बात, दिल्ली में चल रहा मंथन, किन शर्तों पर होंगे शामिल, जल्द होगा निर्णय

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Congress rebels are not making any profitable deal with BJP

Congress rebels are not making any profitable deal with BJP : शिमला। कांग्रेस के 6 बागी पूर्व विधायकों को भाजपा में किन शर्तों के साथ शामिल किया जाए, इसे लेकर दिल्ली में मंथन चल रहा है, लेकिन अभी तक निर्णय नहीं हो पाया है। सूचनाओं के अनुसार बागी विधायकों के आज दिल्ली में भाजपा में शामिल होना था। दिल्ली में बागी विधायकों और भाजपा नेताओं के बीच चर्चाओं का दौर जारी रहा। संभावना यही है कि बागी नेताओं की मांग होगी कि हिमाचल में होने वाले विधानसभा के उपचुनावों में भाजपा का टिकट दिया जाना चाहिए। भाजपा के टिकट को लेकर ही मामला लटका नजर आ रहा है। भाजपा हाईकमान को यह डर सता रहा होगा कि सभी 6 बागियों को टिकट देने से पार्टी में बगावत न हो, इसके लिए कोई नया फार्मूला निकाला जा रहा होगा। यह मुश्किल ही लगता है कि 6 बागियों में से कोई भी इस शर्त पर भाजपा में शामिल होगा कि उसे टिकट न मिले और बाद में कहीं एडजस्ट किया जाए। हर हाल में सभी बागी उपचुनावों में भाजपा की टिकट के साथ ही शामिल होंगे।

बागियों को लेकर आज खबरें आ रहीं थी कि वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे और भाजपा में शामिल होंगे। बागियों और भाजपा हाईकमान के बीच बागियों के वोट से राज्यसभा चुनाव जीते हर्ष महाजन के द्वारा मध्यस्तता करने की सूचना है। चुनाव आयोग ने अभी 6 विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव घोषित किए हैं, जिनमें से 4 विधानसभा क्षेत्र केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के संसदीय क्षेत्र में आते हैं। जिससे यह तो साफ है कि कांग्रेस के बागियों को शामिल करने से सबसे अधिक हमीरपुर  संसदीय क्षेत्र ही प्रभावित होगा। सूचनाओं के अनुसार भाजपा कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर को ही उपचुनाव में प्रत्याशी बनाना चाहती है। इसके साथ ही बड़सर, सुजानपुर और लाहौल स्फीति में भी विवाद बना हुआ है। अगर भाजपा लाहौल स्फीति से रवि ठाकुर को टिकट देती है तो भाजपा नेता और पूर्व मंत्री रामलाल मारकंडे निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में मैदान में उतर सकते हैं। इसी तरह की स्थिति सुजानपुर, बड़सर और गगरेट में भी पैदा हो सकती है, जो भाजपा के लिए किसी मुश्किल से कम नहीं होगी। 

भाजपा इसी चुनौती को देखते हुए अभी तक कांग्रेस के बागी नेताओं के बारे में निर्णय नहीं ले पा रही है। एक बागी पूर्व विधायक ने बताया कि बातचीत चल रही है और आज या कल में फैसला हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग एकजुट हैं और दो-तीन दिन में हिमाचल की जनता के बीच जाकर अपनी बात रखेंगे। लेकिन यह तय है कि सभी लोग जल्द भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष् द्वारा विधायकों की सदस्यता खत्म करने को चुनौती देने वाले केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 6 मई को होनी है। लेकिन लगता है कि बगावत करने वाले नेता अब लंबा इंतजार करने के मूड में नहीं है। वह भाजपा में शामिल होकर जनता के दरबार में जाने की तैयारी कर रहे हैं। अब देखना होगा कि भाजपा हाईकमान किन शर्तों के साथ बागियों को भाजपा में शामिल करती है और फिर भाजपा नेताओं की क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।  

 

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