आम आदमी को मिली राहत, 8 साल के निचले स्तर पर पहुंची महंगाई; सस्ता हुआ खाने-पीने का सामान

CPI Inflation Low In 8 Years
नई दिल्ली : CPI Inflation Low In 8 Years: पिछले आठ सालों में खुदरा महंगाई दर सबसे निचले स्तर पर है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आधार पर जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार जुलाई महीने के लिए खुदरा महंगाई दर मात्र 1.55 फीसदी है. यह जून 2017 के बाद साल-दर-साल आधार पर सबसे कम मुद्रास्फीति है. इसी साल जून महीने में खुदरा महंगाई दर 2.10 प्रतिशत थी. यानी पिछले महीने के मुकाबले भी खुदरा महंगाई दर घटी है.
जुलाई 2025 के लिए ऑल इंडिया कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स पर आधारित मुद्रास्फीति दर जुलाई 2024 की तुलना में -1.76 प्रतिशत (प्रोविजनल) है. एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए इसी अवधि में मुद्रास्फीति दर -1.74 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों के लिए -1.90 प्रतिशत रही.
जून 2025 की तुलना में जुलाई में फूड इन्फ्लेशन 75 आधार अंकों की गिरावट देखी गई. जुलाई 2025 में फूड इन्फ्लेशन जनवरी 2019 के बाद सबसे कम है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने कहा, "जुलाई 2025 के महीने के दौरान कुल (हेडलाइन) मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट की मुख्य वजह अनुकूल तुलनात्मक आधार प्रभाव और दालों व उत्पादों, परिवहन व संचार, सब्जियों, अनाज व उत्पादों, शिक्षा, अंडे तथा चीनी और ‘कन्फेक्शनरी’ के सामान की कीमतों में नरमी रही." खाद्य वस्तुओं की महंगाई में जुलाई में सालाना आधार पर 1.76 प्रतिशत की गिरावट आई.
आपको बता दें कि ये आंकड़े रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के एक सप्ताह बाद जारी किए गए हैं. आरबीआई फरवरी से लेकर अब तक तीन बार दरों में कटौती कर चुका है. इसकी वजह से बाजार में लिक्विडिटी बढ़ी है.
रिजर्व बैंक ने यह भी कहा था कि इस समय महंगाई दर नियंत्रण में है. लेकिन ट्रंप ने टैरिफ पर जिस तरीके का रूख भारत के खिलाफ अपनाया हुआ है, आने वाले समय में उसका असर दिख सकता है. फिर भी ये आंकड़े देश को राहत देने वाले हैं.
जुलाई में सब्जियों की कीमतें -20.69% रहीं, जबकि जून में यह -19% थी. जुलाई में दालों की कीमतों में 13.76% की गिरावट आई, जबकि जून में यह 11.76% थी. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मुद्रास्फीति दर क्रमशः 1.18% और 2.05% रही.