सीएम योगी ने किया मां गंगा का पूजन, बड़े हनुमान के चरणों में झुकाया शीश
- By Gaurav --
- Saturday, 22 Nov, 2025
CM Yogi worshiped Mother Ganga and bowed
CM Yogi worshiped Mother Ganga and bowed: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रयागराज दौरे पर रहे। यहां उन्होंने विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी के आवास पर आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में पहुंचे। यहां उन्होंने संकट मोचन हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की। फिर संगम नोज पहुंचकर 'त्रिवेणी पूजन' किया व मां गंगा की आरती उतारी। मुख्यमंत्री ने बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर उनके चरणों में शीश झुकाया। मुख्यमंत्री ने माघ मेले की तैयारियों का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने आमजन का अभिवादन भी स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री ने की हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले रामबाग स्थित शहर उत्तरी के भाजपा विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी के आवास पहुंचे। यहां आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रीविजय प्रद हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की। सीएम ने यहां पूजन-अर्चन, आरती भी उतारी। आयोजक व विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिह्न भेंट किया।
सीएम योगी ने संगम नोज पर पहुंचकर किया मां गंगा का पूजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां से संगम गए। यहां वे वीआईपी घाट से बोट में बैठकर संगम नोज पहुंचे। उन्होंने बोट से ही यमुना नदी में कलरव कर रहे पक्षियों को दाना भी खिलाया। मुख्यमंत्री ने संगम नोज पर पहुंचकर त्रिवेणी संगम पर पूजन-अर्चन किया, फिर मां गंगा की आरती उतारी। उन्होंने मां गंगा के चरणों में शीश झुकाकर माघ मेले की सफलता की कामना की। सीएम बोट में ही बैठकर वापस आए, फिर हनुमान कॉरिडोर की तरफ रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने आमजन का अभिवादन भी किया।
बड़े हनुमान के चरणों में झुकाया शीश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान कॉरिडोर का भी निरीक्षण किया। सीएम यहां बड़े हनुमान मंदिर भी गए। वहां हनुमान जी के चरणों के समक्ष बैठकर दर्शन-पूजन कर आरती उतारी और विधि-विधान से पूजा की। धार्मिक कार्यक्रमों में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नंदगोपाल गुप्त ‘नंदी’, सांसद प्रवीण पटेल, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, सुरेंद्र चौधरी, विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह, दीपक पटेल, पूजा पाल, पीयूष निषाद, गुरु प्रसाद मौर्य, राजमणि कोल आदि मौजूद रहे।