CM Bhagwant Mann Decision on Gurbani Broadcast and Live Telecast

पंजाब में मान सरकार का बड़ा फैसला; अब गुरबाणी प्रसारण मुफ्त में, सहायक प्रोफेसरों की भर्ती होगी, एज लिमिट बढ़ी, इनके लिए पावर ऑफ अटॉर्नी फ्री

 CM Bhagwant Mann Decision on Gurbani Broadcast and Live Telecast

CM Bhagwant Mann Decision on Gurbani Broadcast and Live Telecast

CM Bhagwant Mann Decision on Gurbani: पंजाब में भगवंत मान की सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के मुताबिक, अब श्री हरिमंदर साहिब से गुरबाणी प्रसारण पर किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लगेगा। न ही इसके लिए टेंडर डालने की जरुरत होगी। मान सरकार ने गुरबाणी प्रसारण सभी के लिए बिलकुल मुफ्त कर दिया है। बतादें कि, सोमवार को पंजाब कैबिनेट की बैठक में गुरबाणी प्रसारण को मुफ्त करने का फैसला लिया गया। मान सरकार अब इस संबंध में विधानसभा में प्रस्ताव लाएगी।

कैबिनेट बैठक के बाद सीएम मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुआ कहा कि, सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 में ब्रॉडकास्ट या लाइव टेली कास्ट नाम का कोई शब्द नहीं है। इसलिए गुरबाणी प्रसारण पर किसी एक का कब्जा नहीं होना चाहिए। इस संबंध में SGPC के विरोध करने पर सीएम मान ने कहा कि, SGPC पर एक ही परिवार (बादल) का कब्जा है। सीएम मान ने आगे कहा कि, 2012 में 11 साल के लिए एक ही चैनल को गुरबाणी प्रसारण का अधिकार दे दिया गया। फिर गुरबाणी प्रसारण के लिए चार्ज लगा दिए गए। सीएम मान ने कहा कि, गुरबाणी सबके कल्याण के लिए है। इसके लिए कोई पैसा नहीं लगना चाहिए। बल्कि गुरबाणी का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करना चाहिए। सभी लोग गुरबाणी सुने। सबके घरों में गुरबाणी गूंजे।

सीएम मान ने कहा कि, जुलाई 2023 में गुरबाणी प्रसारण को लेकर एग्रीमेंट खत्म हो रहा है और इसलिए हमने उसके पहले ये फैसला लिया। अब से गुरबाणी का प्रसारण फ्री टू एयर और फ्री तो कॉस्ट होगा। सीएम मान ने कहा कि, हम सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 कोई संसोधन नहीं कर रहे। हम सिर्फ गुरबाणी के प्रसार-प्रचार को हर जगह और सबके लिए बढ़ा रहे हैं। सीएम मान ने कहा कि, गुरबाणी प्रसारण फ्री होने के साथ ही कुछ शर्तें रखी जाएंगी। गुरबाणी प्रसारण के दौरान कमर्शियल विज्ञापन नहीं चलेंगे। मान ने कहा कि, कोई भी किसी भी प्लेटफॉर्म पर गुरबाणी का प्रसारण फ्री में कर सकता है।

पंजाब में सहायक प्रोफेसरों की भर्ती होगी, उम्र सीमा में बढ़ोतरी

गुरबाणी प्रसारण के अलावा सीएम मान ने एक और बड़े फैसले की जानकारी दी। सीएम मान ने बताया कि, पंजाब में सहायक प्रोफेसरों की भर्ती को मंजूरी दी गई है. वहीं सहायक प्रोफेसरों की भर्ती संबंधी अधिकतम उम्र सीमा भी बढ़ा दी गई है। सहायक प्रोफेसरों की अधिकतम उम्र सीमा अब 37 से बढ़ाकर 42 साल कर दी गई है।

ब्लड रिलेशन में पावर ऑफ अटॉर्नी फ्री

इसके साथ ही सीएम भगवंत मान ने एक और जानकारी दी। सीएम मान ने कहा कि, पंजाब में ब्लड रिलेशन में होने वाली पावर ऑफ अटॉर्नी फ्री रहेंगी। हालांकि, अगर बाहर किसी को पावर ऑफ अटॉर्नी की जाती है तो 2% चार्ज देना होगा।

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