CHB colonies: चंडीगढ़ की पुनर्वास कालोनियों को रखा जा रहा इन सुविधाओं से वंचित, देखें प्रशासन क्यों कर रहा भेदभाव

Administration's discrimination with rehabilitation colonies

Administration's discrimination with rehabilitation colonies

धनास में बनाये जाने थे छह बस क्यू शैल्टर

ये गरीबों के बसेरे हैं जनाब, यहां किसी का ध्यान नहीं

पूरे शहर में 209 बस क्यू शैल्टर बनाने का टैंडर जारी हो गया, पुनर्वास कालोनी में बसे लोगों की सुध भूला प्रशासन

प्रशासन के विभागों की दलील, जहां बनने हैं बस क्यू शैल्टर वहां हो रखे हैं अवैध कब्जे

Administration's discrimination with rehabilitation colonies - चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। गरीबों के बसेरों व उनकी (Colonies) कालोनियों को (Administration) प्रशासन ने (Central Government) केंद्र सरकार के की नीतियों के अनुरूप बनवाया जरूर लेकिन इनमें सुविधाएं देने और खर्चा करने में अफसरों की कोई रुचि नहीं है। पूरे शहर भर में जो सुविधाएं प्रदान करने के लिए खजाने का मुंह खोला जाता है, (Colonies) कालोनियों का जिक्र आते ही इस खजाने की चाबी खो जाती है। जी हां, (resettlement colonies) पुनर्वास कालोनियों के साथ (Chandigarh Administration) प्रशासन कुछ ऐसा ही भेदभाव कर रहा है। इसका टैंडर भी 2 मई 2022 को जारी कर दिया गया था। सेक्टर 9 में स्थित सीपी डिवीजन नंबर 6 के (Executive Engineer) एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने शहर के विभिन्न (Sectors in chandigarh) सैक्टरों व गांवों में नए बस (Q shelter) क्यू शैल्टर के निर्माण के लिए (Tender) टैंडर निकाला जिसके जवाब में सबसे कम 7,31,53,104 रुपये (7 करोड़ 31 लाख, 53 हजार, 104 रुपये) का टैंडर आया। इस टैंडर में खास बात यह थी कि सभी बस क्यू शैल्टरों का निर्माण महज 12 महीने में करना था। शहर के कई स्थानों पर इन बस क्यू शैल्टरों का निर्माण शुरु हो चुका है या बनाये जा चुके हैं लेकिन गरीबों की (Rehabilitation Colonies) पुनर्वास कालोनी धनास में शायद (Chandigarh Administration) प्रशासन इनका निर्माण करना भूल गया है। शहर की सबसे ज्यादा आबादी इसी इलाके में रहती है लेकिन बावजूद इसके अफसरों का इस (Colony) कालोनी की ओर कोई ध्यान नहीं। शहर भर में बस क्यू शैल्टरों का निर्माण शुरू हो गया लेकिन (Dhanas) धनास का नंबर लगाया शायद अफसर भूल गए। हैरानी वाली बात यह है कि शहर भर में बस क्यू शैल्टर के निर्माण का काम शुरू हुए 7 माह का समय बीत चुका लेकिन धनास में जो बस क्यू शैल्टर बनने हैं, उन्हें लेकर तरह तरह की दलीलें दी जा रही हैं। यहां बता दें कि धनास में (Administration) प्रशासन की योजना के मुताबिक छह बस क्यू शैल्टर बनने थे।

Administration's discrimination with rehabilitation colonies - मई 2022 में 209 बस क्यू शैल्टर बनाने का हुआ मुहूर्त

(Administration) प्रशासन ने वर्ष 2022 में पूरे शहर भर में 209 बस क्यू शैल्टर बनाने की योजना बनाई थी। (Advisor Dharampal) एडवाइजर धर्मपाल ने भूमि पूजन कर इनके निर्माण का शुभारंभ भी कर दिया था। बताया जाता है कि इन (Shelter) शैल्टरों का डिजाइन बड़ी सूझबूझ से तैयार किया गया। इनकी मजबूती का ध्यान तो रखा गया व साथ ही इनके निर्माण से शहर की (Heritage) हेरीटेज की छवि को नुकसान न पहुंचे, इस पर भी (Focus) फोकस किया गया। नए बस शैल्टर ईंटों की बजाये कंक्रीट के बनाने पर विचार किया गया। पुराने बस क्यू शैल्टर भी ऐसे ही कंक्रीट के बने थे।  ली काबूर्जिये के (Architect) आर्कीटेक्ट को मद्देनजर रखते हुए इनके निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। इन बस क्यू (Shelter) शैल्टरों को यूजर फ्रेंडली व खास तौर से दिव्यांगों व बुजुर्गों की सुविधा के मुताबिक (Design) डिजाइन किया जा रहा है जिसमें लोगों के बैठने की सुविधा होगी। रात के समय में यह दूर से नजर आएं लिहाजा यहां लाइट का भी प्रबंध होगा। इनमें रियल टाइम बस (information) इनफर्मेशन सिस्टम भी लगाया जा रहा है जिससे बस के आने का सही वक्त पता चल सके। यूटी के (Transport Department) ट्रांसपोर्ट विभाग ने इसको लेकर पहले ही ऐप तैयार किया है।

Administration's discrimination with rehabilitation colonies -2018 में दिये गए थे आदेश

(Rehabilitation Colonies) धनास पुनर्वास कॉलोनी में रह रहे हजारों लोगों को (Facilities) मूलभूत सुविधायें देने के उद्देश्य से और समस्यों के निवारण के लिए तत्कालीन वित्त सचिव व सह सचिव संपदा विभाग अजोय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में अक्टूबर 2018 और जुलाई 2019 में बैठक हुई थी। (UT Engineering Department) यूटी इंजीनियरिंग विभाग को धनास की मुख्य सड? पर बस क्यू शैल्टर बनाने के आदेश दिये गये थे। उस समय (Engineering) इंजीनियरिंग विभाग यह दलील देता रहा कि (chandigarh) चंडीगढ़ शहर में जहाँ भी बस क्यू शैल्टर बनाने हैं, उनका एक साथ ही टैंडर लगाएंगे। ये भी कहा गया कि टैंडर लगाने में कोई ठेकेदार रुचि नहीं ले रहा क्योंकि उस वक्त (Administration) प्रशासन ने इनको बिल्ट, ऑपरेट व (Transport) ट्रांसफर बेस पर बनाने व दस साल तक इसके (Maintanance) मेंटेनेंस की शर्त व यहां विज्ञापन की कमाई को लेकर जो आदेश जारी किये थे, वह ठेकेदारों को रास नहीं आ रहे थे। अब जब वर्षों बाद चंडीगढ़ में बस क्यू शैल्टर बनाने का टैंडर मई 2022 में ठेकेदार को अलोट हो चुका है तो हैरत कि बात यह कि   यूटी इंजीनियरिंग विभाग का सीपी डिवीजन नंबर 6 नई दलील देने लगा। डिजीवन के अफसर कह रहे हैं कि उनको उन स्थानों के बारे में सही जानकारी ही नहीं है जहां धनास में बस क्यू शैल्टर बनने हैं। (UT Engineering) यूटी इंजीनियरिंग विभाग के सी पी 6 डिवीजऩ ने (Urban Planning) अर्बन प्लानिंग विभाग के (Chief Architect) चीफ आर्किटेक्ट यूटी को 26 अगस्त 2022 को इस विषय में पत्र लिखा। (Urban Planning) अर्बन प्लानिंग विभाग के (Town Planning) टाऊन प्लानिंग विभाग ने (UT Engineering Department) यूटी इंजीनियरिंग विभाग के सीपी 6 डिवीजन के साथ मिलकर धनास का दौरा किया। दौरे के दौरान टीम ने पाया कि जिन स्थानों पर बस क्यू शैल्टर बनाने है वहाँ पर अवैध कब्जे हो रखे हैं। हैरानी वाली बात यह है कि इस दौरे की रिपोर्ट (CP Division) सीपी डिवीजन नंबर 6 की तरफ से अर्बन प्लानिंग विभाग को भेजी जानी थी लेकिन आज तक नहीं भेजी गई जिसकी वजह से धनास में 6 बस क्यू शैल्टरों का निर्माण नहीं हो पा रहा है। टैंडर के हिसाब से यहां छह बस क्यू शैल्टर बनने हैं। हैरत वाली बात यह है कि अगर यहां बस क्यू शैल्टर बनने वाली जमीन पर अवैध कब्जे हैं तो इन्हें छुड़ाएगा कौन? प्रशासन फिलहाल पल्ला झाड़ रहा है।

 

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