जगन रेड्डी किसानों से मिलने के बाद चंद्रबाबू की नींद खुली।
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जगन रेड्डी किसानों से मिलने के बाद चंद्रबाबू की नींद खुली।

Chandrababu woke up after Jagan Reddy met the farmers

Chandrababu woke up after Jagan Reddy met the farmers

( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

विशाखापत्तनम : Chandrababu woke up after Jagan Reddy met the farmers:  आज पून्ह: वाईएसआर पार्टी ने दोहराया कि  संकट में फंसे मिर्च किसानों की मदद के लिए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू आगे आने में कोई ईमानदारी नहीं दिखा रहे हैं और यह उनके हालिया आज के बयानों से स्पष्ट है कहा।
शुक्रवार को यहां मीडिया से बात करते हुए पार्टी एमएलसी बोत्चा सत्यारायण ने कहा किसानों से जगन रेड्डी किसानों से मिलने के बाद चंद्रबाबू की नींद खुली ।, उसके बाद ही चंद्रबाबू ने मिर्च किसानों के बारे में बात करना तभी शुरू किया है    जब वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इस मुद्दे को उठाया और गुंटूर मिर्ची यार्ड जाकर किसानों से बातचीत की वरना किसने की समस्याओं को जूते तले दबाना चाहते थे ।

जब इस मुद्दे को बहुत अधिक उठाया गया और सरकार की आलोचना हुई, तो उन्होंने अपनी छवि बचाने के लिए एक पत्र लिखा और कहा कि वह केंद्रीय मंत्री से मिलने दिल्ली जा रहे हैं।
सच यह है कि केंद्रीय कृषि मंत्री दिल्ली में नहीं थे और न ही चंद्रशेखर बाबू उस उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी गए थे। उनका दिल्ली दौरा भाजपा के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए था और वास्तव में संबंधित मंत्री वहां मौजूद नहीं थे।
इससे पता चलता है कि चंद्रबाबू कितने चालाक हैं।  उन्हें कीमतों को स्थिर करने के लिए संकट से बहुत पहले ही कदम उठा लेने चाहिए थे और जब मुद्दा उछला तो उन्होंने अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया जो बहुत ही असंगत है।

 चंद्रबाबू लगातार किसान विरोधी रुख पर कायम हैं। उन्होंने वाईएस जगन मोहन रेड्डी के मिर्ची यार्ड दौरे पर की गई टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि वे किसानों से बातचीत करने के लिए एक सार्वजनिक मुद्दे पर वहां गए थे। चूंकि उनकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ रही है, इसलिए चुनाव आचार संहिता का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले चुनाव आचार संहिता के बावजूद एक संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया था।