चंडीगढ़ में निगम के 2 अफसरों पर बड़ा एक्शन; साफ जगह गंदगी फैलाने के आरोप में सस्पेंड, मंत्री मनोहर लाल की करा दी फजीहत

Chandigarh MC Officers Suspend Union Minister Manohar Lal Cleanliness Drive
Chandigarh Officers Suspend: चंडीगढ़ में नगर निगम के 2 अफसरों पर बड़ा एक्शन हुआ है। निगम कमिश्नर ने चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर कुलबीर सिंह और सेनेटरी इंस्पेक्टर सुखप्रकाश शर्मा को सस्पेंड कर दिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि, इन दोनों अफसरों ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान में लापरवाही से काम किया। जिसके चलते दोनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जा रहा है। साथ ही सस्पेंशन के दौरान उपरोक्त दोनों अफसर MOH कार्यालय में रिपोर्ट करेंगे।
दरअसल, इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से 2 अक्टूबर तक 'सेवा पखवाड़ा' चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान शुरू किया था। शहर के सेक्टर-22 में सुबह 8 बजे से मनोहर लाल ने श्रमदान के लिए जागरूक करते हुए खुद श्रमदान कर वहां झाड़ू लगाकर साफ-सफाई की। जहां साफ सफाई के इस अच्छे काम के लिए मनोहर लाल की लोगों ने तारीफ भी की।
साफ जगह गंदगी फैलाने का आरोप
लेकिन मनोहर लाल के इस सफाई कार्यक्रम के बाद शहर में अचानक लोगों को यह पता चला कि मंत्री मनोहर लाल जिस जगह को साफ कर रहे थे। वो जगह पहले साफ ही थी। उस जगह को तो मनोहर लाल के सफाई कार्यक्रम के लिए जानबूझकर गंदा किया गया था। यानि साफ जगह पर पहले गंदगी फैलाई गई और फिर मंत्री मनोहर लाल से झाड़ू लगवाकर वही गंदगी साफ करवाई गई। एक वीडियो भी सामने आया। जिसमें यह देखा गया कि किस तरह से सेक्टर-22 मार्केट एरिया में सूखे पत्तों और सूखे कूड़े की गंदगी फैलाई जा रही है।
मंत्री मनोहर लाल की करा दी फजीहत
इधर साफ-सफाई अभियान में जब इस तरह की हरकत का मामला सुर्खियों में आने लगा तो इसके साथ ही चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम के साथ-साथ मनोहर लाल की भी खूब फजीहत हुई। लोगों ने इस पर कई सवाल उठाए। लोगों की प्रतिक्रियाओं में यह माना जा रहा था कि या तो मनोहर लाल को इस सफाई अभियान में धोखे में रखा गया या फिर मनोहर लाल के इशारे पर ही पहले कूड़ा फैलाया गया और फिर उसी कूड़े को मनोहर लाल ने झाड़ू लगाकर साफ किया. हालांकि, यह बड़ा सवाल मनोहर लाल से है कि क्या उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी?
इसके अलावा चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम को शहर में क्या कोई भी वास्तविक गंदगी वाली जगह नहीं मिली। जहां पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान को चलाया जा सकता था। फिलहाल यह जानकारी मिल रही है कि इस तरह का मामला सामने आने के बाद खुद केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल (Union Minister Manohar Lal) के संज्ञान लेने के चलते ही इन दोनों अफसरों को सस्पेंड किया गया है।