चंडीगढ़ में 633 बुजुर्ग व विकलांग मतदाता घर से करेंगे वोट, वरिष्ठ नागरिकों में ज्यादातर 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग

In Chandigarh, 633 elderly and disabled voters will vote from home

In Chandigarh, 633 elderly and disabled voters will vote from home

In Chandigarh, 633 elderly and disabled voters will vote from home- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I चंडीगढ़ चुनाव विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार 85 वर्ष से अधिक आयु के 633 वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों ने घर से वोट डालने का विकल्प चुना है। पहली बार, भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों के लिए घर पर मतदान की सुविधा का निर्णय लिया है। घर से वोट सुविधा के तहत मतपत्रों के माध्यम से मतदान 25 मई को शुरू होगा और 29 मई तक जारी रहेगा। इन 633 मतदाताओं में से 557 वरिष्ठ नागरिक हैं और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले 76 व्यक्ति हैं।

चंडीगढ़ 1 जून को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में अपने अगले संसद सदस्य (सांसद) का चुनाव करेगा, लेकिन चुनाव विभाग द्वारा बनाए गए कार्यक्रम के अनुसार, घर से मतपत्र के माध्यम से मतदान 29 मई तक पूरा हो जाएगा। चंडीगढ़ में, कुल मिलाकर, 85 वर्ष से अधिक आयु के 4,698 लोग और 40 फीसदी से अधिक विकलांगता वाले व्यक्ति इस सुविधा के लिए पात्र थे, लेकिन केवल 633 ने ही इस विकल्प को चुना है। बाकि ने मतदान केंद्रों पर जाकर मतदान करने का विकल्प चुना है। आंकड़ों के मुताबिक, होम वोटिंग का विकल्प चुनने वाले ज्यादातर वरिष्ठ नागरिक चंडीगढ़ के दक्षिणी सेक्टरों (सेक्टर 31 से 56) से हैं।

इन एरिया के हैं ये मतदाता

कुल 557 में से लगभग 352 वरिष्ठ नागरिक सेक्टर 31, 32, 33, 34, 35, 36, 37, 38, 38 (पश्चिम), 39, 40, 41, 42, 43, 44, 45, 47, 48, 49, 50, 51, 52, 53, 54, 55, 56, 61, 63, इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2, फैदां गांव, हल्लोमाजरा, राम दरबार, बहलाना, बुड़ैल, अटावा, खजेरी, बुटेरला, बडेरी, पलसोरा, मलोया , दादूमाजरा और ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में रहते हैं। कॉलोनियों और पूर्ववर्ती गांवों से केवल 15 वरिष्ठ नागरिकों ने घर पर मतदान का विकल्प चुना।

दो बार मतदान न करें लिहाजा संबंधित मतदान केंद्र की वोटर सूची में लगेगी मुहर

जिला निर्वाचन अधिकारी-सह-उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने घरेलू मतदान की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि इस सुविधा का उद्देश्य उन मतदाताओं की मदद करना है जो वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों तक नहीं जा सकते हैं, लेकिन अपने मतदान के अधिकार को छोडऩा नहीं चाहते हैं। ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) और अधिकारियों की विशेष टीमों ने 15 अप्रैल से 12 मई तक वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग लोगों को फॉर्म 12-डी वितरित किया। अधिकारियों ने प्रत्येक पात्र मतदाता को प्रत्येक मतदान केंद्र पर चुनाव विभाग द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में बताया जिसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त पिक एंड ड्रॉप सुविधा, अलग कतार और मेडिकल किट शामिल हैं। उन मतदाताओं को एक मतपत्र जारी किया जाएगा जिन्होंने घर पर मतदान करने का विकल्प चुना है और वे अब ईवीएम के माध्यम से मतदान के लिए पात्र नहीं होंगे। उनके नाम पर संबंधित मतदान केंद्र पर उपलब्ध मतदाता सूची पर मुहर लगाई जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे दो बार मतदान न करें। विशेष अधिकारी प्रत्येक पंजीकृत मतदाता के घर पर मतदान डिब्बे ले जाएंगे और स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उचित वेबकास्टिंग की जाएगी। साथ ही, प्रत्येक राजनीतिक दल के पोलिंग एजेंट घर पर मतदान का कार्यक्रम भी साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग मतदाताओं के लिए हर सुविधा भी प्रदान की जाएगी, जो वहां मतदान करना चुनते हैं। चुनाव विभाग का दावा है कि घर पर मतदान के बारे में जानकारी साझा करने के लिए प्रत्येक पात्र वरिष्ठ नागरिक से संपर्क किया गया था, लेकिन कुछ मतदाताओं ने आरोप लगाया कि उनसे संपर्क नहीं किया गया।