Chandigarh News- चंडीगढ़ में फर्जी जॉब देकर महिला से 21 हजार ठगे; पुलिस ने गिरोह के 4 लोग पकड़े, लोगों को ऑनलाइन फंसाते थे

चंडीगढ़ में फर्जी जॉब देकर महिला से 21 हजार ठगे; पुलिस ने गिरोह के 4 लोग पकड़े, लोगों को ऑनलाइन फंसाकर फेक प्लेसमेंट ऑफर करते

Chandigarh Police Arrested Fake Job Givers Frauders

Chandigarh Police Arrested Fake Job Givers Frauders

Chandigarh News: डिजिटल दुनिया में लोगों के काम जितने आसान हुए हैं। उतने ही ठगी के मामले भी बढ़े हैं। दरअसल, चंडीगढ़ पुलिस की साइबर सेल टीम ने एक ऐसा गिरोह पकड़ा है जो पूरे देश में लोगों को ऑनलाइन फंसाकर उन्हें फर्जी जॉब ऑफर करता था और इसके बाद उनसे ठगी करता था। साइबर सेल के हत्थे गिरोह के चार लोग चढ़े हैं। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 6 मोबाइल फोन, फर्जी आधार कार्ड, पैरामाउंट एचआर सर्विसेज की खाली रसीदे बरामद की गईं हैं।

आरोपी चण्डीगढ़, दिल्ली, मुंबई, रांची, अहमदाबाद, जयपुर, जोधपुर, सूरत, इंदौर, भुवनेश्वर, कोलकता में एक्टिव होकर ठगी का जाल बिछाते थे। चारों आरोपियों में एक की पहचान बिहार के रहने वाले 28 वर्षीय मोहमद दानिश कमर के रूप में हुई है। जो कि मैकेनिकल इंजीनियर है और पैरामाउंट एचआर सर्विसेज जॉब प्लेसमेंट गिरोह में एचआर बनकर नौकरी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति का डेटा प्राप्त कर बाद में उन्हें इंटरव्यू के लिए चयन करता था और धोखाधड़ी से की गई रकम को मैनेज करता था।

वहीं मामले में पकड़े गए दूसरे आरोपी की पहचान सेक्टर 44 नोएडा के रहने वाले अविनाश कुमार के रूप में हुई है। यह एमएफए मास्टर इन फाइन आर्ट्स था और गिरोह में पार्टनर था और लोगों को इंटरव्यू के लिए बुलाता था। तीसरे आरोपी की पहचान दिल्ली के सुनील सिंह के रूप में हुई है। इसने एम.कॉम कर रखा है और यह गिरोह में एचआर मैनेजर के रूप में कार्य करता था। उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेता था और बाद में नौकरी के अनुसार पैसे की मांग करता था। वहीं चौथे आरोपी की पहचान दिल्ली के सुमित के रूप में हुई है। यह 12वीं पास लोगों को कॉलिंग करने के लिए सिम कार्ड का इस्तेमाल करता था। बताया जाता है कि, दिल्ली करोल बाग पुलिस ने हाल ही में आरोपी दानिश कमर, अविनाश कुमार को गिरफ्तार भी किया था।

चंडीगढ़ पुलिस ने कैसे की गिरफ्तारी?

जानकारी के मुताबिक, थाना साइबर सेल पुलिस को गुप्त सूचना और टेक्निकल तकनीक के जरिए 18 अप्रैल 2024 को सूचना मिली थी कि लोगों से फर्जी प्लेसमेंट सर्विसेज देने के मामले में धोखाधड़ी करने वाले आरोपी मोहम्मद दानिश कमर और अन्य आरोपी जयपुर राजस्थान में सक्रिय हैं। जिसके बाद एसपी साइबर केतन बंसल के दिशा निर्देशों के चलते डीएसपी साइबर ए वेंकटेश की सुपरविजन में थाना साइबर के एक्टिव इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने आरोपियों को जयपुर राजस्थान, दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।

नौकरी डॉट कॉम से लोगों को डेटा लेते थे

पुलिस जॉच पड़ताल के दौरान पता चला की पकड़े गए शातिर आरोपी नौकरी डॉट कॉम और अलग-अलग वेबसाइटों से लोगों का डेटा लेकर उन्हें ऑनलाइन तरीके से फर्जी जॉब ऑफर कर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे थे। चंडीगढ़ पुलिस ने इनपर तब कार्रवाई की जब इनहोने चंडीगढ़ की एक महिला के साथ जॉब देने के नाम पर ठगी कर ली। दरअसल चंडीगढ़ की रहने वाली एक महिला ने पुलिस को शिकायत में बताया था कि उसने नौकरी डॉट कॉम वेबसाइट पर अपना बायोडाटा अपलोड किया था। इसके बाद उसे 2 नवंबर 2023 को इंटरव्यू के लिए सेक्टर 17 स्थित के लिए एक ईमेल प्राप्त हुआ।

जब पीड़िता महिला इंटरव्यू के लिए दिए गए पते पर गई तो वहां उसे तीन युवकों और एक लडकी से मुलाकात हुई। उन्होने बताया की पीड़िता महिला का चयन हॉस्पिटल मोहाली में हो गया है और उन्होने पैरामाउंट एचआर सर्विसेज के नाम से नियुक्ति का पत्र दिया और पत्र पर ईमेल आईडी लिखा हुआ था। पीड़िता ने बताया कि उन्होने उसे लैपटॉप, बैग देने को कहा और 21 हजार 500 रूपए मांगे। उन्होंने उसे एक स्कैनर दिया और जिसके बाद उसने 21 हजार 500 रुपये स्कैन कर दिए। इसके बाद पीड़िता को रसीद दे दी गई।

और पैसों की मांग की, नौकरी मिली नहीं

पीड़िता ने जानकारी दी कि, उसे उनके मोबाइल नंबरों से फिर कॉल आया और उन्होंने और पैसे मांग की। जिसके बाद वह फिर से दिए गए पते पर गई तो उसे पता चला कि कार्यालय बंद हो गया है। केवल दो दिनों के लिए किराए पर लिया गया था। दूसरी तरफ जब पीड़िता महिला मोहाली स्थित अस्पताल अपना जॉइनिंग के लिए गई तो पता चला कि वहां पर कोई वैकेंसी ही नहीं है। जिसके बाद पीड़िता को पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है। जिसकी शिकायत थाना साइबर सेल पुलिस को दी।


रिपोर्ट- रंजीत शम्मी